रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का शुभारंभ 13 दिसंबर को हो गया। इस सीजन के पहले चरण के मैचों में पहले दो दिनों के खेल में कई खिलाड़ियों ने अपना प्रभाव छोड़ा है। इसमें कई जाने-माने नाम शामिल हैं, तो साथ ही कई नए खिलाड़ी भी शामिल हैं। दो खिलाड़ियों ने अपने रणजी डेब्यू मैच को अपने शानदार प्रदर्शन से यादगार बना दिया है। ऐसा करने वाले दो खिलाड़ी हैं, अर्जुन तेंदुलकर और फेइरोइजाम सिंह।
अर्जुन तेंदुलकर ने जहां शतक लगा कर सुर्खियां बटोरीं, तो वहीं फेइरोइजाम सिंह ने 9 विकेट लेकर सनसनी फैला दी। अर्जुन तेंदुलकर के नाम से तो सभी वाकिफ हैं। लेकिन 16 साल के फेइरोइजाम सिंह एक नया नाम है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर ये कौन हैं।
ये भी पढ़ें: IND Vs BAN: आर अश्विन ने संभाली भारतीय पारी, स्कोर 7 विकेट पर 340 पार; शतक से चूके अय्यर
कौन हैं 9 विकेट लेने वाले फेइरोइजाम सिंह
16 year old Manipur pacer Jotin Pheirojam gets 9 wickets on his First class debut vs Sikkim.
Couldn't get the 10 wicket haul as Rex Rajkumar picks the last wicket.
🔥22 overs, 5 maidens, 69 runs & 9 wickets
Credits - Krishna Kumar #RanjiTrophy #CricketTwitter
— Indian Domestic Cricket Forum - IDCF (@IndianIdcf) December 14, 2022
मात्र 16 साल फेइरोइजाम सिंह मणिपुर के मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं। जो दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने सिक्किम के खिलाफ 22 ओवरों में 9 विकेट लिए। उनका गेंदबाजी का विश्लेषण रहा, 22 ओवर 5 मेडन 69 रन देकर 9 विकेट। वो 10 विकेट लेने के कारनामे से एक विकेट से चूक गए। लेकिन उनका उस विकेट में भी योगदान रहा। उन्होंने उस विकेट में कैच लेकर अपना योगदान दिया।
जहां तक परफेक्ट टेन की बात है, ये कारनामा अपने प्रथम श्रेणी के डेब्यू मैच में दुनिया में मात्र दो गेंदबाजों ने ही किया है। ये हैं एल्बर्ट मोस जिन्होंने 1889-90 में 38 रन देकर 10 विकेट लिए हैं और दूसरे हैं फिट्ज हिँड्स जिन्होंने 1900-01 में 36 रन देकर 10 विकेट हासिल किए।
ये भी पढ़ें: अर्जुन को लेकर सचिन ने पहले ही कर दी थी ये भविष्यवाणी, आज बेटे ने पहले ही रणजी मैच में जड़ा यादगार शतक
ये उपलब्धि हासिल करने वाले गेंदबाज
Jotin Pheiroijam 9 WICKETS! (18.4-4-52-9), Sikkim 189/9 #SIKvMAN #RanjiTrophy
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) December 14, 2022
फेइरोइजाम अपने प्रथम श्रेणी के डेब्यू मैच में 9 विकेट लेने का कारनामा करने वाले केवल चौथे गेंदबाज हैं। इससे पहले ये करिश्मा केवल 3 बार ही हुआ। ये कारनामा करने वाले 3 गेंदबाज का विवरण इस प्रकार हैं। पहली बार प्रथम श्रेणी में ये कारनामा भारत मे करने वाले गेंदबाज वसंत रंजने थे।
वसंत ने सन 1956-57 में 35 रन देकर 9 विकेट लिए थे। इसके बाद 1971-72 में अमरजीत सिंह ने इस करिश्मे को दोहराया। इसके बाद 2019-20 में संजय यादव ने एक बार फिर इस रिकॉर्ड की पुनरावृत्ति की, जब उन्होंने 52 रन देकर 9 विकेट हासिल किए।