रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का शुभारंभ 13 दिसंबर को हो गया। इस सीजन के पहले चरण के मैचों में पहले दो दिनों के खेल में कई खिलाड़ियों ने अपना प्रभाव छोड़ा है। इसमें कई जाने-माने नाम शामिल हैं, तो साथ ही कई नए खिलाड़ी भी शामिल हैं। दो खिलाड़ियों ने अपने रणजी डेब्यू मैच को अपने शानदार प्रदर्शन से यादगार बना दिया है। ऐसा करने वाले दो खिलाड़ी हैं, अर्जुन तेंदुलकर और फेइरोइजाम सिंह।
अर्जुन तेंदुलकर ने जहां शतक लगा कर सुर्खियां बटोरीं, तो वहीं फेइरोइजाम सिंह ने 9 विकेट लेकर सनसनी फैला दी। अर्जुन तेंदुलकर के नाम से तो सभी वाकिफ हैं। लेकिन 16 साल के फेइरोइजाम सिंह एक नया नाम है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर ये कौन हैं।
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कौन हैं 9 विकेट लेने वाले फेइरोइजाम सिंह
मात्र 16 साल फेइरोइजाम सिंह मणिपुर के मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं। जो दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने सिक्किम के खिलाफ 22 ओवरों में 9 विकेट लिए। उनका गेंदबाजी का विश्लेषण रहा, 22 ओवर 5 मेडन 69 रन देकर 9 विकेट। वो 10 विकेट लेने के कारनामे से एक विकेट से चूक गए। लेकिन उनका उस विकेट में भी योगदान रहा। उन्होंने उस विकेट में कैच लेकर अपना योगदान दिया।
जहां तक परफेक्ट टेन की बात है, ये कारनामा अपने प्रथम श्रेणी के डेब्यू मैच में दुनिया में मात्र दो गेंदबाजों ने ही किया है। ये हैं एल्बर्ट मोस जिन्होंने 1889-90 में 38 रन देकर 10 विकेट लिए हैं और दूसरे हैं फिट्ज हिँड्स जिन्होंने 1900-01 में 36 रन देकर 10 विकेट हासिल किए।
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ये उपलब्धि हासिल करने वाले गेंदबाज
फेइरोइजाम अपने प्रथम श्रेणी के डेब्यू मैच में 9 विकेट लेने का कारनामा करने वाले केवल चौथे गेंदबाज हैं। इससे पहले ये करिश्मा केवल 3 बार ही हुआ। ये कारनामा करने वाले 3 गेंदबाज का विवरण इस प्रकार हैं। पहली बार प्रथम श्रेणी में ये कारनामा भारत मे करने वाले गेंदबाज वसंत रंजने थे।
वसंत ने सन 1956-57 में 35 रन देकर 9 विकेट लिए थे। इसके बाद 1971-72 में अमरजीत सिंह ने इस करिश्मे को दोहराया। इसके बाद 2019-20 में संजय यादव ने एक बार फिर इस रिकॉर्ड की पुनरावृत्ति की, जब उन्होंने 52 रन देकर 9 विकेट हासिल किए।