आखिर टीम इंडिया में चुने जाने का आधार क्या है (भाग -4) - आर अश्विन

इस बार टी-20 विश्व कप के लिए घोषित की गई टीम में एक नाम अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन का भी है। इन्हें कुलदीप यादव, रवि विश्नोई और शाहबाज अहमद जैसे खिलाड़ियों से ऊपर प्राथमिकता दी गई है। इसका कारण सिर्फ इंडियन सिलेक्टर्स को ही पता होगा!

author-image
By puneet sharma
New Update
आखिर टीम इंडिया में चुने जाने का आधार क्या है (भाग -4) - आर अश्विन

इस बार टी-20 विश्व कप के लिए घोषित की गई टीम में एक नाम अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन का भी है। इन्हें कुलदीप यादव, रवि विश्नोई और शाहबाज अहमद जैसे खिलाड़ियों से ऊपर प्राथमिकता दी गई है। इसका कारण सिर्फ इंडियन सिलेक्टर्स को ही पता होगा! 

हालांकि रविचंद्रन अश्विन की प्रतिभा पर किसी को कोई शक नहीं है, लेकिन सवाल उन्हें वर्तमान परिस्थितियों में चुने जाने पर किए जा रहे हैं। क्योंकि विशेषज्ञों को लगता है कि इस समय वो टीम में जगह बनाना डिजर्व नहीं करते हैं। और उनका ये सोचना बेवजह भी नहीं हैं, इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण भी हैं।

आखिर क्यों उठ रहे हैं अश्विन के चयन पर सवाल?

publive-image

दरअसल 5 साल पहले तक आर अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी सभी फॉर्मेट में भारत की नम्बर वन जोड़ी थी। लेकिन फिर इस जोड़ी को 2016-17 में व्हाइट बॉल क्रिकेट में मिडिल ओवर्स में विकेट मिलने बंद हो गए, यही कारण था कि इस जोड़ी की छुट्टी कर टीम में एक नई जोड़ी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को अवसर प्रदान किया गया। 

इस रिस्ट स्पिन जोड़ी ने टीम इंडिया को निराश भी नहीं किया। इन्होंने टीम को मिडिल ओवर्स में विकेट निकाल कर दिए। जिससे टीम इंडिया विनिंग ट्रैक पर वापस लौट आई। लेकिन ये समझ से परे है कि फिर ऐसा क्या हुआ कि इस सफल जोड़ी को बेवजह हटाकर फिर से उसी पुरानी जोड़ी को मौका दिया गया। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की सुपर हिट जोड़ी को पिछले विश्व कप में टीम से बाहर कर दिया गया। 

रविंद्र जडेजा ने तो हालांकि अपनी तेज तर्रार बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग की बदौलत टीम में वापसी की, लेकिन अश्विन की वापसी की वजह समझ से परे है। क्योंकि न तो उन्होंने कोई ऐसा अद्भुत प्रदर्शन किया और न ही टीम को उनकी कमी खली। फिर भी वो पिछला टी-20 वर्ल्ड कप भी खेले थे, और वो ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे। 

और इस बार भी टी-20 विश्व कप में उन्हें कई उपयुक्त खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर  मौका दिया जा रहा है। जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज में भी वो 3 मैचों में एक भी विकेट नहीं ले सके। और न ही पिछले मुकाबलों में कोई यादगार प्रदर्शन कर सके हैं। वहीं दूसरी ओर चोट से उबरने के बाद पिछले काफी समय से लगातार विकेट लेने के बावजूद भी कुलदीप यादव न तो पिछले वर्ल्डकप में खेले थे और न ही आगामी टी-20 वर्ल्डकप 2022 में खेलते हुए दिखेंगे। 

और तो और उन्हें रिजर्व खिलाड़ी बनने योग्य भी नहीं समझा गया है। इसी तरह एक और प्रतिभाशाली खिलाड़ी रवि विश्नोई को भी हालिया दिनों में किए गए अच्छे प्रदर्शन के बावजूद सिर्फ रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर ही चुना गया है। तो वहीं इस समय दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही सीरीज में शामिल एक अन्य प्रतिभावान ऑल राउंडर शाहबाज अहमद का दावा भी उनकी बाएं हाथ के अच्छे बल्लेबाज होने के कारण ज्यादा मतबूत था।

Latest Stories