अपने खेल से ज्यादा अपने बयानों के लिए बदनाम पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। अफरीदी ने इस बार राजनीतिक बयानबाजी करते हुए भारत की मौजूदा मोदी सरकार पर भारत-पाक के बीच रिश्ते खराब करने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि मोदी सरकार के आने के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज बंद हो गई है, अब दोनों टीमों की भिड़ंत केवल आईसीसी टूर्नामेंटों में ही हो पाती है।
शाहिद अफरीदी का भारत की मौजूदा सरकार पर विवादास्पद राजनीतिक बयान
अपने बड़बोलेपन के लिए मशहूर अफरीदी ने अपने बयान में कहा है कि "मोदी सरकार के आने के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते और भी ज्यादा खराब हुए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी द्विपक्षीय सीरीज 2012 में हुई थी, उसके बाद से दोनों टीमें के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो पाई है। अब दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट में ही आपस में खेल पाती हैं।"
अफरीदी ने आगे कहा कि "मुझे लगता है कि मोदी सरकार के आने के बाद दोनों देशों के बीच चीजें और भी ज्यादा खराब हुई हैं। जबकि इससे पहले ऐसा नहीं था। तब दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य थे।"
पहले भी भारत और मोदी के खिलाफ जहर उगल चुके हैं अफरीदी
इससे पहले भी 2020 में अफरीदी ने पीएम मोदी को कोरोना से भी बड़ी बीमारी बता दिया था। अफरीदी ने कहा था कि "मोदी के दिल और दिमाग में मजहब की बीमारी है। उस बीमारी को लेकर वह सियासत कर रहे हैं।"
अफरीदी ने एक बार कश्मीर पर बयान देते हुए कहा था कि "भारतीय सीमा पर कश्मीर के लोगों पर अंधाधुंध अत्याचार किए जा रहे हैं, और इस अत्याचार ने सारी सीमाएं पार कर दी हैं। अगर दुनिया में कहीं भी अन्याय होता है, तो हमें इसके खिलाफ बोलना चाहिए। कश्मीरी लोगों के खिलाफ इस अन्याय को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है। एक दिन कश्मीर स्वतंत्र होगा। "
अफरीदी ने 2018 में भी पहले तो "कश्मीर को भारत से अलग करने की बात कही थी। और बाद में ब्रिटिश संसद में छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि "कश्मीर को भारत या पाकिस्तान के अधीन रखने के बजाय एक अलग मुल्क़ बना देना चाहिए।" बाद में अपने ही देश में उनकी फजीहत हुई थी।
विराट कोहली और टीम इंडिया पर भी करते रहे हैं बदजुबानी
इससे पहले अफरीदी ने पिछले महीने विराट कोहली की फॉर्म को लेकर बयान दिया था। अफरीदी ने कहा था कि "विराट अब क्रिकेट में सिर्फ वक्त काट रहे हैं, उनके अंदर नंबर 1 बनने की इच्छा अब शायद नहीं बची है। अब वह बस आराम करने और वक्त काटने की सोच रखते हैं।"
शाहिद अफरीदी ने एक बार एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा था कि "हमने कई बार भारत को बुरी तरह से हराया है, और उनकी इतनी पिटाई की है कि वो मैच के बाद हमसे माफी मांगते थे।"
बेवजह सुर्खियों में बने रहने की अफरीदी की एक और कोशिश
वजह-बेवजह सुर्खियों में बने रहना शाहिद अफरीदी का पुराना शौक रहा है। आए दिन किसी न किसी विवाद को खड़ा करना अफरीदी की आदत बन चुकी है। वो अपने खेल से ज्यादा अपने विवादों के लिए चर्चित रहे हैं। उन्होंने अपने खेल से ज्यादा अपने विवादों के लिए प्रसिद्धि पाई है।
शाहिद अफरीदी ने अफगानिस्तान में तालिबानी राज का भी सपोर्ट किया था। महिलाओं की आजादी पर पाबंदियां रखने वाले अफरीदी ने तालिबानी सत्ता की जमकर तारीफ की थी।
शाहिद अफरीदी का बदनाम रहा है इतिहास
साल 2000 में अफरीदी को साथी खिलाड़ियों हसन रजा और अतीक उर जमान के साथ कराची के होटल के कमरे में कुछ युवतियों के साथ पकड़ा गया था। इसके अलावा उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप भी लग चुके हैं।
यही नहीं उनके साथी खिलाड़ियों से झगड़े के किस्से भी मशहूर रहे हैं। उनके ऊपर धार्मिक भेदभाव के भी आरोप लग चुके हैं। उन पर उम्र छिपाने का भी आरोप लगता रहा है। बॉल टेंपरिंग सहित कई अन्य विवादों में भी शाहिद अफरीदी शामिल रह चुके हैं।
वर्तमान समय में खराब परिस्थितियों के लिए वास्तव में पाकिस्तान ही जिम्मेदार
वैसे वर्तमान परिस्थितियों के लिए पाकिस्तान ही जिम्मेदार है। क्योंकि भारत की ओर से समय-समय पर माहौल सही करने के लिए प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन हर बार पाकिस्तान के नापाक इरादों की वजह से इन कोशिशों पर पानी फिरता रहा है। जब-जब भारत ने शांति के लिए कदम आगे बदाए हैं, पाक ने आतंकी गतिविधियों से उन पर पानी फेर कर रख दिया है।
अफरीदी के ताजा बयान की बात करें तो शायद उन्हें पता ही नहीं या फिर वो जानबूझकर अंजान बन रहे हैं क्योंकि सच्चाई तो यही है कि भारत पाकिस्तान के खराब रिश्तों के लिए खुद पाकिस्तान ही जिम्मेदार है। वैसे भी यदि उन्हे जानकारी नहीं है तो बिना परिस्थियों को जाने अफरीदी का राजनीतिक बयानबाजी करना उनकी अपरिपक्वता को ही दर्शाता है।