एशिया कप के शुरुआती दौर में क्या कोई उलटफेर देखने को मिल सकता है? अगर हम इसकी संभावना तलाशें तो हमें ग्रुप A में ऐसी कोई संभावना नज़र नहीं आती। संभावना यही है कि भारत और पाकिस्तान आसानी से इस ग्रुप से अगले दौर में प्रवेश कर लेंगे। हांगकांग की टीम अगर अच्छा प्रदर्शन करेगी, तब भी मात्र उन्हें कड़ी टक्कर ही दे पाएगी। वो उन्हें क्वालीफाई करने से रोक सकेगी, इसकी संभावना न के बराबर है।
अगर ग्रुप B में देखें तो जिस तरह से श्रीलंका और बांग्लादेश का एशिया कप में पिछला रिकॉर्ड रहा है, वहाँ भी इसकी संभावना नजर नहीं आती। लेकिन अगर इस ग्रुप की टीमों की वर्तमान फॉर्म को देखें तो जिस तरह से अफगानिस्तान की टीम उभर कर सामने आई है, उसे देखते हुए इस तरह की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। हालांकि आँकड़े उसके साथ नहीं है, लेकिन उसके अंदर इन आंकड़ों को बदलने की क्षमता है।
किन टीमों से एशिया कप में होगी अफगानिस्तान की भिड़ंत
एशिया कप के शुभारंभ मैच में ही 27 अगस्त को अफगानिस्तान को श्रीलंका का सामना करना है। इस मैच में अफगानिस्तान की संभावनाएं तलाशे, तो उसे श्रीलंका की जिस कमजोरी का फायदा मिल सकता है, वो ये है कि श्रीलंका की टीम के साथ जो समस्या है, वो ये है कि उसके सीनियर खिलाड़ियों के जाने के बाद वो उनकी जगह की भरपाई अब तक नहीं कर सका है। हालांकि उसके पास कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौजूद हैं, लेकिन उनके अंदर अनुभव की कमी झलकती है। अगर अफगानिस्तान उसकी इस कमी का फायदा उठा ले, तो वो ये मैच जीत सकती है।
इसके बाद 30 अगस्त को उसकी भिड़ंत बांग्लादेश से होगी। बांग्लादेश की जिस कमजोरी का फायदा अफगानिस्तान को मिल सकता है, वो ये है कि बांग्लादेश की जो समस्या है, वो ये है कि वो एक ऐसी टीम है, जिसके बारे में दावे से कुछ भी नहीं कहा जा सकता। ये टीम एक दिन अर्श पर होती है तो अगले ही दिन फर्श पर नज़र आती है। क्योंकि ये टीम एक दिन ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत को धूल चटाती नजर आती है, तो अगले ही दिन स्कॉटलैंड जैसी कमजोर टीम के सामने हथियार डाल देती है। इसलिए इस टीम पर भविष्यवाणी करना वेस्टइंडीज और पाकिस्तान की टीमों की तरह ही खतरे से खाली नहीं है।
क्या हैं अफगानिस्तान की संभावनाएं
अफगानिस्तान के आँकड़े उसका साथ नहीं दे रहे हैं, लेकिन उसके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए, उसके इस बार टॉप 4 टीमों में शामिल होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि ये तय है कि वो अपने ग्रुप की टीमों श्रीलंका और बांग्लादेश को कड़ी टक्कर देगा। श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमों के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए ये भी संभव है कि वो उन्हें हरा दे। इसलिए अगर अफगानिस्तान की टीम टॉप 4 में आती है तो किसी को आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए। क्योंकि अगर उसने दोनों में से एक टीम को भी हरा दिया, तो इस ग्रुप में पहला समीकरण ये होगा किया तो एक टीम अपने दोनों मैच जीतकर और दूसरी टीम एक मैच जीतकर अगले दौर में जाएंगी।
इसलिए इस समीकरण से एक मैच जीतकर भी वो अगले राउंड के लिए क्वालिफ़ाई कर लेगी। इसके अलावा दूसरा समीकरण ये भी हो सकता है कि अफगानिस्तान दोनों में से किसी टीम को हरा दे, और इस ग्रुप की तीनों टीमें 1-1 मैच जीतने में सफल रहें, और फिर बात नेट रनरेट पर आ जाए। ऐसी स्थिति में नेट रनरेट के आधार पर अगले दौर में पहुँचने वाली टीम का निर्णय होगा। इन दोनों ही परिस्थितियों में ही अफगानिस्तान के अगले दौर में जाने की संभावना बन सकती है, और वो अंडर डॉग साबित हो सकती है।