Dinesh Karthik, Yuzvendra Chahal, Harshal Patel: टी20 विश्वकप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार के बाद भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। इसके बाद एक्सपर्ट से लेकर फैंस तक ने सवाल उठाए थे कि इंग्लैंड के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड के बावजूद युजवेंद्र चहल को प्लेइंग 11 में मौका क्यों नहीं दिया गया। टी20 विश्वकप 2021 में चहल को भारतीय स्क्वॉड में जगह ही नहीं मिली थी।
हालांकि इस बार टी20 विश्वकप में चहल और हर्षल पटेल को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली। चहल को प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिलने पर कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ की काफी आलोचना भी हुई। अब टूर्नामेंट खत्म होने के बाद दिनेश कार्तिक ने खुलासा किया है कि युजवेंद्र चहल को प्लेइंग 11 में मौका क्यों नहीं मिला।
13 खिलाड़ियों को मिला मौका
टीम इंडिया के 15 सदस्यीय स्क्वॉड में से 13 खिलाड़ियों ने विश्वकप में कम से कम एक मैच जरूर खेला। लेकिन चहल और हर्षल पटेल को एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला। एक्सपर्ट ने हर मुकाबले के बाद दावा किया कि चहल को मौका मिलेगा, लेकिन मैनेजमेंट ने अश्विन और अक्षर पटेल पर ही भरोसा जताया। सिर्फ एक मैच में अक्षर की जगह दीपक हुड्डा को मौका मिला। हालांकि हुड्डा इस मौके को नहीं भुना सके थे।
दोनों अपनी तैयारी कर रहे थे
क्रिकबज से बातचीत में दिनेश कार्तिक ने खुलासा किया, "लेग स्पिनर चहल और हर्षल दोनों को टूर्नामेंट की शुरुआत में स्पष्ट कर दिया गया था कि उन्हें प्लेइंग 11 में तभी मौका मिलेगा जब पारिस्थितियां उनके अनुकूल होंगी, नहीं तो उन्हें पूरे टूर्नामेंट में बेंच पर बैठना पड़ सकता है।"
कार्तिक ने कहा, "चहल और हर्षल एक बार भी रूठे या परेशान नहीं हुए क्योंकि वह बहुत आश्वस्त थे। टूर्नामेंट की शुरुआत में उन्हें कहा गया था कि परिस्थितियों के हिसाब से ही उन्हें प्लेइंग 11 में मौका दिया जाएगा। इसलिए दोनों बहुत जागरूक थे और इस तरह से तैयारी कर रहे थे कि मौका मिलने पर वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।"
चहल-हर्षल भी अपनी तैयारी कर रहे थे
कार्तिक ने कहा, "लेकिन एक चांस ये भी बन सकता था कि उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका ही ना मिले। इसलिए जब कोच और कप्तान की ओर से यह स्पष्टता होती है तो यह खिलाड़ी के लिए काम को आसान बना देता है। आप बस अपने भीतर देखना शुरू करते हैं और सोचते हैं कि बेहतर तैयारी शुरू करने के लिए मैं क्या करूं। चहल और हर्षल भी यही कर रहे थे और अगर उन्हें मौका दिया जाता तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ देते। यह काफी हाई इंटेंसिटी वाला टूर्नामेंट है।"