थर्मोडाइनेमेक्सि और क्वांटम लॉ की पढ़ाई में कई बार एक लॉ का जिक्र होता है, इसे कहते हैं Murphy's law. ये लॉ जानते हैं क्या कहता है, 'Anything that may go wrong will go wrong', अर्थात लेखक यहां ये कहना चाहता है कि - 'जो कुछ भी गलत हो सकता है वो गलत ही होगा'. अब इस आधी पंक्ति को अगर मैं कहूं कि किसी भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा खिलाड़ी पर रखकर देखिये तो मेरा सवाल पूरा नहीं होगा.
लेकिन आपका जवाब पहले आएगा भाई ये तो केएल राहुल ही है, मतलब हंगामा फिल्म के राजपाल यादव के साथ इतना बुरा नहीं हो रहा था, जितना इस वक्त पर केएल राहुल के साथ हो रहा है. लेकिन ऐसा हुआ क्या है कि केएल इस साल एक भी टी-20 नहीं खेल पाए हैं, ऐसा क्या हुआ है, कि वो सात सीरीज चोट या कोविड की वजह से मिस कर चुके हैं, क्योंकि बीता साल जाते-जाते तो केएल राहुल को लेकर बड़े-बड़े सपने दिखा गया था, आइये कैलेंडर को पिछले साल के आखिरी हफ्ते में ले चलते हैं, और सीधा पहुंच जाते हैं सेंचुरियन.
वो साल दूसरा था ये साल दूसरा है
इंजरी और राहुल का चोली-दामन का साथ
आईपीएल के बाद हालात और खराब
तो आइये, आईपीएल के बाद जहां शुरू होनी थी 5 मैच की टी-20 सीरीज जिसमे केएल कप्तान नियुक्त किये गए, क्योंकि रोहित आराम पर थे, अब 6 जून को अरूण जेटली स्टेडियम में केएल आते हैं और प्रैक्टिस करते हैं, लेकिन वो 7 जून को नहीं आते, फिर 8 जून को प्री सीरीज प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब एक घंटा लेट हो जाती है और कप्तान केएल का कोई पता नहीं.
इतने में विकेट के पास ऋषभ पंत मैच रेफरी के साथ दिखते हैं जो सीरीज से पहले कप्तान और रेफरी की औपचारिक बातचीत के रूप में बताई जाती है, यहां साफ़ हो जाता है कि केएल को फिर कुछ हो गया है, इसका जिक्र फिर पंत प्रेस कॉन्फेंस में करते हैं, और फिर 8 जून की शाम 6 बजकर 24 मिनट पर बीसीसीआई जानकारी देती है, कि राहुल के राइट ग्रोइन में इंजरी है.
राहुल ने ट्वीट कर दी अपनी सेहत की जानकारी
इसके बाद राहुल जर्मनी चले गए अपना इलाज बेहतर तरीके से कराने के लिये, और इस बीच आयरलैंड की सीरीज भी गई, और इंग्लैंड के साथ खेले गए 3 टी-20 भी, अब करीब डेढ महीने के बाद जब उनकी बारी वेस्टइंडीज के लिए आई और सबजेक्ट टू फिटनेस के विस्मयादिबोधक चिन्ह के साथ उन्हें जाना था, तो उड़ान भरने से 48 घंटे पहले पता चला कि वो कोविड संक्रमित हैं, और फिर ये भी आधिकारिक हो गया 29 जुलाई को बीसीसीआई ने शाम 5 बजकर 13 मिनट पर बताया कि संजू सैमसन ही केएल को रिप्लेस करेंगे, तो यहां भी केएल नहीं जा पाए अब इसके बाद 30 जुलाई रात 8 बजकर 14 मिनट पर टीम इंडिया का चयन जिम्बाब्वे के लिए हुआ और केएल वहां भी नहीं थे, उन्होंने खुद ट्वीट कर उसकी जानकारी दी है.
तो कुल जमा बात ये है, कि अब बताया जा रहा है कि एशिया कप में राहुल लौटेंगे, और इस बार पूरी तरह फिट होकर लौटेंगे, क्योंकि सवाल आखिर में ये है कि जिम्बाब्वे की सीरीज को अभी एक पखवाड़े से ज्यादा का वक्त है, और राहुल को कोविड हुए करीब 10 दिन का वक्त हो चुका है, यानी कोविड बाधा नहीं है तो फिर क्या पहले की चोट से वो पूरी तरह उभरे नहीं हैं, और अगर उभरे नहीं हैं तो फिर सबजेक्ट टू फिटनेस कितना सही है ये देखते हुए कि जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज को अभी पूरे-पूरे 17 दिन बाकी हैं?