अपनी नेतृत्व क्षमता से हमेशा प्रभावित करने वाले पूर्व क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर को उनकी आईपीएल (IPL) फ्रेंचाइजी आरपीएसजी (RPSG) ने अब एक नई जिम्मेदारी दी है। अब वो अपने फ्रेंचाइजी ग्रुप आरपीएसजी के 'ग्लोबल मेंटोर' होंगे। अर्थात अब वो 'लखनऊ सुपर जायन्ट्स' (LSG) के साथ-साथ फ्रेंचाइजी ग्रुप की दूसरी टीम 'डरबन सुपर जायन्ट्स' (DSG) के मेंटोर भी होंगे।
इसे उनके पिछले आईपीएल में किए गए अच्छे मार्गदर्शन का ईनाम माना जा रहा है। जब उन्होंने पहली बार आईपीएल खेल रही अपनी टीम 'लखनऊ सुपर जायन्ट्स' के खिलाड़ियों से अच्छा प्रदर्शन करवा कर उस को खिताब के नज़दीक तक पहुंचाया था।
ऐसा रहा है गंभीर का नेतृत्व करने का इतिहास
गौतम गंभीर न सिर्फ एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं, बल्कि कई टीमों को कुशल नेतृत्व भी प्रदान कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी कप्तानी में 'इंडिया कैपिटल' (IC) को 'लीजेंड्स लीग क्रिकेट' (LLC) में चैम्पियन बनाया है। इससे पहले आईपीएल में भी वो अपनी टीम 'कोलकाता नाइट राइडर्स' (KKR) को अपने कुशल नेतृत्व से 2 बार चैम्पियन बना चुके हैं।
टीम इंडिया का नेतृत्व करते हुए भी उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है, उनका जीत प्रतिशत भी शत प्रतिशत रहा है। उन्होंने 6 वन डे मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की, और सभी मैच टीम इंडिया को जिताए। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया कभी भी नहीं हारी। यही नहीं एक खिलाड़ी के तौर पर भी उन्होंने बड़े मैचों में बड़ी और यादगार पारियां खेलीं हैं। 2007 के टी-20 विश्व कप का फाइनल हो या फिर 2011 का वन डे विश्व कप फाइनल, दोनों ही मैचों में उनकी परियां यादगार थीं, जिन्हें भुलाना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनकी नेतृत्व क्षमता में बिल्कुल भी कमी नहीं आई। आईपीएल में इस साल शामिल हुई नई टीम 'लखनऊ सुपर जायन्ट्स' ने उन्हें अपना मेंटोर नियुक्त किया था। यहां भी उन्होंने निराश नहीं किया। उनके मार्गदर्शन में 'एलएसजी' (LSG) की टीम खिताब की दावेदार बन कर उभरी और वो टॉप 4 में पहुंचने में सफल रही।