Hockey World Cup 2023: हॉकी विश्वकप 2023 शुरू होने में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है। 13 जनवरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में टूर्नामेंट का आगाज होगा। पहले दिन चार मुकाबले खेले जाएंगे। टीम इंडिया अपने पहले मैच में स्पेन से भिड़ेगी। टूर्नामेंट में 16 टीमें भाग ले रही हैं और इनके बीच कुल 44 मुकाबले खेले जाएंगे। फाइनल मैच 29 जनवरी को होगा। इस खबर में हम आपको हॉकी विश्वकप से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं।
हॉकी विश्वकप की सबसे सफल टीम और चार बार की चैंपियन पाकिस्तान विश्वकप 2023 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। इससे पहले वह 2014 एडिशन में भी चूक गई थी।
2023 मेंस हॉकी विश्व कप चौथा अवसर है जब भारत FIH टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। इससे पहले मुंबई 1982, दिल्ली 2010 और ओडिशा 2018 आखिरी तीन बार भारत ने इस आयोजन की मेजबानी की थी। यह किसी भी देश द्वारा सबसे ज्यादा है।
मेंस हॉकी विश्वकप 2023 अपनी स्थापना के 50 साल सेलिब्रेट करेगा। इसकी स्थापना साथ 1971 में हुई थी।
भारत लगातार दो बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी करने वाला पहला देश है।
यह पहली बार है कि पुरुषों का हॉकी विश्वकप दो शहरों (भुवनेश्वर और राउरकेला) में आयोजित किया जा रहा है।
The whole group is ready to move to the beat with our favourite Olive Ridley Turtle! Dance along with the Shafi Ul Haque Dance Troupe and take part in the #HookStepWithOlly Challenge! pic.twitter.com/kMXFoAd1Yl
— Hockey India (@TheHockeyIndia) January 9, 2023
1982 के बाद यह पहला अवसर होगा जब भारत पिछले ओलंपिक से पदक विजेता के रूप में हॉकी विश्वकप में खेलेगा। भारतीय पुरुष टीम ने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
भारत ने केवल एक बार हॉकी विश्वकप जीता है। 1975 में टीम इंडिया ने फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 हराकर ट्रॉफी जीती थी।
2023 एडिशन किसी एशियाई देश में सातवां है। हालांकि तीन मेजबानों (भारत, पाकिस्तान और मलेशिया) में से कोई भी कभी भी ट्रॉफी जीतने में कामयाब नहीं हुआ।
राउरकेला में बना बिरसा मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम अब 20,000 की क्षमता वाला भारत का दूसरा सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है। चंडीगढ़ 30,000 क्षमता के साथ देश का सबसे बड़ा स्टेडियम है।
वेल्स और चिली की टीमें पुरुष हॉकी विश्व कप में डेब्यू करने जा रही हैं।
राजिंदर सिंह हॉकी विश्वकप में शीर्ष स्कोरर के रूप में समाप्त होने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। बॉम्बे में 1982 विश्वकप में राजिंदर सिंह ने 12 गोल दागे थे।
2014 और 2018 में अर्जेंटीना के लिए विश्वकप खेलने वाले दो प्लेयर इस बार दूसरे देशों की जर्सी में नजर आएंगे। गोंजालो पाइलेट जहां जर्मनी की ओर से खेलेंगे तो वहीं जोकिन मेनीनी स्पेन की टीम का हिस्सा होंगे।
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