Shivam Mavi, IND vs SL, shivam mavi debut: लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है युवा तेज गेंदबाज शिवम मावी ने। सालों से टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए जद्दोजहद कर रहे मावी ने डेब्यू मैच में ही लट्ठ गाड़ दिया। अपने 4 ओवर के स्पेल में उन्होंने 5.50 की इकॉनमी से 22 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। टीम इंडिया में जगह बनाने की चाह रखने वाले मावी के लिए हार्दिक पांड्या से डेब्यू कैप पाना किसी सपने से कम नहीं होगा। अर्शदीप की गैरमौजूदगी में मिले मौके को मावी ने पूरी तरह से भुनाया।
तेज गेंदबाज को इंजरी होगी
16 साल की उम्र में इंजरी से जूझ रहे मावी ने वापसी की और अंडर-19 टीम में जगह बनाई। शॉ की कप्तानी वाली इस टीम ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब अपने नाम किया। लेकिन इसके बाद मावी एक बार फिर इंजरी का शिकार हो गए। स्पोर्ट्स यारी से बातचीत में मावी ने बताया कि एक समय मुझे समझ आ गया था कि मैं तेज गेंदबाज हूं तो इंजरी तो होगी। मैं कैसे इससे रिकवर होता ही ये बहुत जरूरी है। शुरुआत में लगता था कि मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है, लेकिन समय के साथ मैं मैच्योर होता चला गया। घरेलू क्रिकेट में जब मैं अच्छा प्रदर्शन करता था तो पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल मुझे काफी सपोर्ट करते थे। दोनों ही मुझे लगातार इंडिया के लिए खेलने के लिए प्रेरित करते थे।
कोच और परिवार ने किया सपोर्ट
एक बल्लेबाज के रूप में खेल की शुरुआत करने वाले मावी ने बताया कि जब मैं अंडर-14 खेल रहा था तो मैं 4 नंबर पर बैटिंग करता था। लेकिन अब मैं गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी पर भी फोकस कर रहा हूं। कोच फूल चंद और परिवार से मिले सपोर्ट पर मावी ने कहा कि यह आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है। मेरे परिवार ने शुरू से ही मुझे कोच के हवाले कर दिया था। परिवार का कहना था कि हम क्रिकेट को ज्यादा नहीं जानते हैं, ऐसे में आप ही इसे तैयार करें, हम डिस्टर्ब नहीं करेंगे। शायद ही ऐसे फैमली किसी को सपोर्ट करती है।
गेंदबाजी को लेकर किया खुलासा
अपनी गेंदबाजी के बारे में मावी ने बताया कि मैं नॉर्मली ऑफ कटर डालता हूं। मैं सीम को थोड़ा क्रॉस पकड़ता हूं और सिर्फ फिंगर्स गिराता हूं। इससे बॉल रोटेट होकर थोड़ा स्लो होता है तो बल्लेबाज के लिए सामने छक्का लगाना आसान नहीं होता है। इसके अलावा मैं नकल बॉल और स्लोअर गेंद डालता हूं। वहीं बैक स्पिन के बारे में मावी ने बताया कि इससे गेंद हवा में तैरती है और ज्यादा स्विंग भी मिलती है। आपकी गेंदबाजी में जितना बैक स्पिन होगा बॉल उतना स्विंग करेगा।
स्ट्रेंथ पर काम करना जरूरी
क्रिकेटर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए मावी ने कहा कि जब आप 14-16 की उम्र में होते हैं तब आप चाहते हैं कि सब कुछ मिल जाए। लेकिन आपको पेशेंस रखना बहुत जरूरी है। भगवान सबसे कुछ ना कुछ स्ट्रेंथ जरूर देता है, तो उसे चेंज नहीं करना चाहिए। उसे एड ऑन करने पर फोकस करना चाहिए। हमेशा अपने ऊपर विश्वास रखना बहुत जरूरी है, तभी आपको सफलता मिलेगी।