एशिया कप की सबसे बड़ी टक्कर इस बार भारत और पाकिस्तान के बीच 28 अगस्त को देखने को मिलेगी। इस मैच का खेल प्रेमियों को बड़ी बेसब्री से इंतजार है। क्योंकि पिछले काफी समय से भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत देखने के लिए दर्शकों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। ये इंतजार खेल प्रेमियों के जुनून को और भी बड़ा रहा है।
वैसे इस बार टॉप 4 में भी दोनों टीमों की भिड़ंत होना लगभग तय है। इसके अलावा अगर दोनों टीमें फाइनल में पहुंची, तो इस प्रतियोगिता में तीसरी बार भी आपस में भिड़ सकती हैं। इस बार दोनों टीमों के बीच होने वाली भिड़ंत से पहले हम दोनों टीमों की कमजोरियों और ताकत का आंकलन करते हैं, और जानते हैं कि कौन सी टीम कितने पानी में है।
कौन है भारत-पाकिस्तान मैच में जीत का दावेदार
जैसा कि हमने पिछले लेख में संक्षेप में सभी टीमों का आंकलन करते हुए बताया था कि टीम इंडिया इस समय एशिया कप में खेल रही बाकी टीमों के मुकाबले ज्यादा मजबूत नजर आ रही है।
उसका एशिया कप में ओवर ऑल रिकॉर्ड भी काफी अच्छा है, इसलिए इस मैच में जीत की वही प्रबल दावेदार है। वैसे भारतीय टीम न सिर्फ इस मैच में जीत की, बल्कि खिताब की भी प्रबल दावेदार है।
जबकि पाकिस्तान की वर्तमान फॉर्म और एशिया कप में उसका पिछला रिकॉर्ड उसके खिलाफ जाता है। लेकिन वो भारत के खिलाफ खेले गए अपने पिछले मैच से प्रेरणा लेना चाहेगा। जब उसने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को विश्व कप में पहली बार हराया था।
भारतीय टीम का आंकलन
अगर टीम इंडिया की कमजोरियों की बात करें तो जिन पर उन्हें ध्यान देना होगा वो कमियां ये हैं। टीम इंडिया की एक समस्या उसके पूर्व कप्तान विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म है, जोकि भारत के लिए चिंता का विषय है। साथ ही उपकप्तान केएल राहुल के बल्लेबाजी में भी मैदान से लंबे समय तक बाहर रहने का असर दिख रहा है।
इसके अलावा टीम के सबसे खतरनाक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी चोट के कारण टीम से बाहर हैं। टीम में सिर्फ 3 तेज गेंदबाजों का ही चयन किया जाना हैरान करने वाला है। टीम में मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव और दीपक चाहर का चयन न होना भी आश्चर्यजनक है। हालांकि चाहर को स्टैंड बाई बनाया गया है। टीम को कोच राहुल द्रविड की कमी भी खल सकती है, जो कोविड पॉजिटिव होने के कारण टीम के साथ नहीं हैं।
अगर बात की जाए उसके मजबूत पक्ष की तो, भारतीय टीम इस समय ताकतवर नज़र आ रही है। उसने अपनी पिछली सीरीजों में शानदार प्रदर्शन किया है और अपनी मजबूत टीम उतारे बिना भी उसने ज्यादातर सीरीज जीती भी हैं। जिस भी युवा खिलाड़ी को पिछली सीरीजों में मौका मिला है उसने निराश नहीं किया है।
इसके अलावा ये भी अच्छी चीज है कि बल्लेबाजी हमेशा से टीम इंडिया की ताकत रही है, वर्तमान टीम में भी एक से बढ़कर एक बल्लेबाज टीम में मौजूद हैं। युवा सूर्य कुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत के साथ-साथ अनुभवी दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा और आर अश्विन जैसे खिलाड़ी भी मौजूद होंगे। ऊपर से अगर विराट,रोहित और राहुल का बल्ला बोला तो फिर दूसरी टीमों की खैर नहीं होगी।
भारतीय टीम की गेंदबाजी भी अच्छी लग रही है। स्पिनर भारत का एक और हथियार रहे हैं, इस बार भी टीम में युजवेंद्र चहल, अश्विन, जडेजा और रवि विश्नोई जैसे स्पिनर मौजूद हैं। इनका साथ देने के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप, आवेश खान और हार्दिक पांड्या भी मौजूद रहेंगे।
पाकिस्तान टीम का आंकलन
पाकिस्तान के लिए जो अच्छी बात है, वो उसके कप्तान बाबर आजम सहित कुछ बल्लेबाजों की शानदार फॉर्म है, उसके कप्तान बाबर आज़म इस समय जबरदस्त फॉर्म में हैं। उसकी टीम में फखर ज़मान, मोहम्मद रिजवान जैसे दिग्गज बल्लेबाज भी मौजूद हैं, वहीं आसिफ अली,शादाब खान और खुशदिल शाह जैसे ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले खतरनाक बल्लेबाज भी मौजूद हैं।
गेंदबाजी हमेशा से पाक टीम की ताकत रही है, इस बार भी कई अच्छे गेंदबाज उसकी टीम में हैं। जिसमें नसीम शाह, शादाब खान, हरिस राउफ, मोहम्मद नवाज़ जैसे गेंदबाज शामिल हैं।
लेकिन इस बार पाक को उसके सबसे खतरनाक गेंदबाज शाहीन अफरीदी की कमी खलेगी, जो चोट के कारण इस प्रतियोगिता में नहीं खेल रहे हैं। इसके अलावा उसके हसन अली सहित कुछ और खिलाड़ी भी टीम से बाहर हैं।
इसके अलावा पाकिस्तान टीम की एक बड़ी कमजोरी उसके प्रदर्शन में अनिश्चितता है। उसके खेल में निरंतरता की कमी हमेशा से रही है। किसी दिन वो चैम्पियन टीम की तरह खेलती है, तो किसी दिन वो किसी फिसड्डी टीम की तरह नजर आती है।
इसके अलावा एशिया कप में उसका रिकॉर्ड भी कोई अच्छा नहीं है। उसने एशिया कप में अब तक बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। अब तक हुए 14 एशिया कप में वो मात्र 4 बार ही फाइनल में पहुंची है, और मात्र 2 बार ही खिताब जीत सकी है।