पिछले दो दशकों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की गेंदबाजी की जान रही झूलन गोस्वामी, इंग्लैंड में कल से शुरू होने वाली इस सीरीज में अंतिम बार मैदान पर उतरेंगी। इंग्लैंड के ही खिलाफ 2002 में अपने करियर की शुरुआत करने वाली झूलन उसी के खिलाफ अपना अंतिम मैच खेलेंगी। चकदा, पश्चिम बंगाल में जन्मी झूलन का पूरा नाम झूलन निशित गोस्वामी है। 39 साल की झूलन का जन्म 25 नबम्बर 1982 को हुआ था। वो गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी टीम इंडिया को कई मैच जिता चुकीं हैं।
झूलन के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
झूलन को 2010 में अर्जुन अवार्ड और 2012 में पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें आईसीसी वुमंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर (2007) का अवॉर्ड भी मिल चुका है। झूलन गोस्वामी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 2,000 से ज्यादा ओवर करने वाली दुनिया की इकलौती महिला गेंदबाज हैं। शुरुआत में वो धीमी गति से गेंदबाजी करती थी, इसलिए लोग उन्हें चिड़ाते थे। फिर उन्होंने फैसला लिया कि वो दुनिया को तेज गेंदबाज बनकर दिखाएंगी।
अपने अडिग फैसले और हौंसले से उन्होंने ऐसा कर भी दिखाया। इसके लिए उन्हें कठोर परिश्रम करना पड़ा, उन्हें प्रेक्टिस के लिए 80 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। पढ़ाई का नुकसान होने के कारण परिवार को उनका खेलना पसंद नहीं था। लेकिन झूलन ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत से अपना मुकाम हासिल कर लिया।
झूलन ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मुकाबला इस साल मार्च महीने में खेला था। वे न्यूजीलैंड में खेले गए महिला विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ मैदान में उतरी थीं। उस मैच में झूलन ने 19 रन देकर 2 विकेट लिए थे। लेकिन चोट के कारण वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए आखिरी लीग मैच में नहीं खेल सकी थीं।
झूलन का करियर रिकॉर्ड
2002 में अपने करियर की शुरुआत करने वाली झूलन गोस्वामी ने अपने करियर में कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं, इनमें उन्होंने 44 विकेट 17.36 की औसत से हासिल किए है। उन्होंने 1 पारी में 5 विकेट 3 बार और एक मैच में 10 विकेट 1 बार लिए हैं। 25 रन देकर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बल्लेबाजी में उन्होंने 12 मैचों की 15 पारियों में 3 बार नॉट आउट रहते हुए 291 रन 24.25 की औसत से बनाए हैं। जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं, 69 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा है।
वहीं 201 वनडे मैचों में उन्होंने 252 विकेट लिए हैं, इस दौरान उनकी इकनॉमी 3.37 की और औसत 21.98 की रही है। एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा उन्होंने 2 बार किया है, 31 रन देकर 6 विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। इन मैचों में बल्लेबाजी में दौरान उन्होंने 120 पारियों में 37 बार नॉट आउट रहते हुए 1 अर्धशतक की मदद से 1228 रन बनाए हैं। 57 रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है, उनकी औसत 14.79 की रही है।
जबकि 2006 में टी-20 इंटरनेशनल की शुरुआत करने वाली झूलन ने 68 टी-20 मैचों में 56 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनकी इकनॉमी 5.45 की और औसत 21.94 की रही है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11 रन पर 5 विकेट रहा है। वहीं 46 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 9 बार नॉट आउट रह कर 405 रन बनाए हैं । उनका सर्वोच्च स्कोर 37 रन और औसत 10.94 की रही है।