Ishaan Kishan double century: साल था 2005, कोच उत्तम मजूमदार ईशान किशन के पहली बार मिले थे। वह अपने बड़े भाई राजकिशन के साथ उनसे मिलने गए थे। इसी दौरान मजूमदार की नजर ईशान की बल्लेबाजी पर पड़ी। वह बाएं हाथ के इस बल्लेबाज से काफी प्रभावित हुए। कोच ने ईशान के पिता प्रणव कुमार पांडेय को कहा अपने लड़के को खेले के लिए मोटिवेट करते रहिए, ईशान में स्पार्क है। उसके सोचने और खेलने की क्षमता से मैं काफी प्रभावित हूं। पिता ने बताया कि हम उनके पास बड़े बेटे के सिलेक्शन के लिए गए थे लेकिन ईशान ने उन्हें ज्यादा प्रभावित किया। इसके बाद राजिकशन को छोड़कर उन्होंने ईशान को चुनने का निर्णय लिया।
रांची शिफ्ट हुआ परिवार
18 जुलाई 1998 को बिहार की राजधानी पटना में जन्मे ईशान किशन जब 12 साल के थे तब उनके परिवार ने एक बड़ा फैसला लिया। पिता प्रणव कुमार पांडेय के मुताबिक ईशान के कोच ने शहर छोड़ने की सलाह दी थी ताकि वह हाई लेवल पर खेलने के लिए तैयार हो सके। पटना में रहकर उनका क्रिकेट करियर आगे नहीं बढ़ सकता था। हालांकि मां इसके लिए तैयार नहीं थी, लेकिन क्रिकेटर की जिद के आगे परिवार ने अंत में उसे रांची भेजने का फैसला किया।
बर्तन धोते थे ईशान
रांची में सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) की टीम में डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ईशान का सिलेक्शन हुआ। यहां उन्हें रहने के लिए एक कमरे का क्वार्टर मिला, जिसमें उनके साथ चार अन्य सीनियर खिलाड़ी भी रहते थे। किशन को खाना बनाना नहीं आता था, ऐसे में वह बर्तन धोने का काम करते थे। पिता के मुताबिक कई बार सीनियर्स रात में क्रिकेट खेलने जाते थे तो उन्हें भूखे पेट ही सोना पड़ता था। यह बात ईशान के एक पड़ोसी ने उनके पिता को बताई थी। 2 साल तक संघर्ष करने के बाद अंत में परिवार ने रांची में एक फ्लैट किराये पर लिया और मां सुचित्रा उनके साथ रहने लगीं।
अंडर-19 की कमान संभाली
मात्र 15 साल की उम्र में झारखंड रणजी टीम के लिए उनका सिलेक्शन हुआ था। असम के खिलाफ गुवाहाटी में पारी की शुरुआत करते हुए उन्होंने 60 रन जड़ दिए। अंडर-19 विश्वकप 2016 में उन्होंने टीम इंडिया की कमान भी संभाली थी। टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को वेस्टइंडीज के हाथों 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। 14 मार्च 2021 को इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने अपना डेब्यू टी20 मैच खेला था।
वहीं उन्होंने अपना पहला वनडे मैच 18 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेला था। बांग्लादेश के खिलाफ 210 रन की पारी से पहले ईशान ने वनडे में कुछ खास नहीं किया था। उन्होंने 9 मैच की 8 पारियों में 267 रन बनाए थे। लेकिन बंगाल टाइगर्स के खिलाफ 131 गेंदों पर 210 रन की उनकी पारी ने कई खिलाड़ियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।