Mahesh Pithiya, R Ashwin, Border Gavaskar Trophy, IND vs AUS: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अश्विन से निपटने के लिए उन्हीं की तरह गेंदबाजी करने वाले महेश पिथिया ने कंगारू टीम की प्रैक्टिस कराई। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कश्मीर के स्पिनर पीथिया को ट्रेनिंग सेशन के लिए नेट बॉलर के तौर पर अपने साथ जोड़ा। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर, मार्नस लबुशने और एलेक्स कैरी को गेंदबाजी करते हुए नजर आ रहे थे। अब पीटीआई से बातचीत में महेश ने कहा, 'मैंने पहले दिन ही नेट्स में स्टीव स्मिथ को 5 से 6 बार आउट किया था।'
गेंदबाजी के बारे में पूछा
उन्होंने कहा, "आज मुझे अपने आदर्श से मिलने का मौका मिला। मैं हमेशा उनकी तरह गेंदबाजी करना चाहता था। जब मैं उनसे मिला वह नेट्स में जा रहे थे। मैंने उनके पैर छूकर आशीर्वाद मांगा। उन्होंने मुझे गले लगाया और फिर पूछा कि मैं आस्ट्रेलियाई टीम को वास्तव में क्या गेंदबाजी कर रहा हूं। "विराट कोहली भी मुझे देखकर मुस्कुराए और थम्स अप का इशारा किया और मुझे शुभकामनाएं दीं।"
आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा
महेश पिथिया ने अभी बड़ौदा के लिए सीनियर क्रिकेट में अपना सफर शुरू किया है और फिलहाल उनका फोकस इसी पर है। स्पिनर ने कहा, "मैंने रणजी ट्रॉफी में अपनी यात्रा शुरू कर दी है और मैं रेड बॉल क्रिकेट पर फोकस करना चाहता हूं। मैं बड़ौदा साइड में अपनी जगह पक्की करना चाहता हूं। मैं अभी आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा हूं।"
स्मिथ को गेंदबाजी कर रहा
पिथिया ने वास्तव में क्या गेंदबाजी करते हैं? क्या उसके पास कैरम बॉल है या अश्विन जैसा स्लाइडर? इस पर उन्होंने कहा, "नहीं, मैं कैरम बॉल या दूसरा नहीं फेंकता। मेरी स्टॉक बॉल ऑफ ब्रेक है और एक अन्य गेंद जो मैंने खुद विकसित की हैं उसमें थोड़ा सा बैकस्पिन है। लेकिन मैं व्हाइट बॉल क्रिकेट में वह गेंदबाजी करता हूं।' स्मिथ और लाबुसेन को गेंदबाजी करना उनके लिए जीवन बदलने वाला अनुभव रहा है। "इस ऑस्ट्रेलियाई साइड के साथ काम करना आश्चर्यजनक रहा है। मेरा काम मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया नेट्स पर स्टीव स्मिथ को गेंदबाजी करना है। उन्होंने मुझसे कुछ खास गेंदबाजी करने के लिए नहीं कहा।"
लियोन से सीखने को मिल रहा
महेश खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि वह नाथन लियोन के साथ काफी बातचीत कर सके। "लियोन ने सबसे पहले मुझे अपनी पकड़ दिखाने और यह समझाने के लिए कहा कि मैं अपनी उंगलियां घुमाते समय क्या करता हूं। फिर उन्होंने समझाया कि कैसे मैं गेंद पर और अधिक घुमाव (रोटेशन) प्राप्त कर सकता हूं और यह भी कि मेरा अगला पैर (बाएं) कैसे लैंड करना चाहिए। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे अपनी काबिलियत पर भरोसा रखना चाहिए।" महेश दूसरे टेस्ट तक ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ रहेंगे।