RCB, Royal Challengers Bengaluru, RCB Twitter account hacked: शनिवार को आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया। जैसे ही हैकर ने टाइमलाइन पर एनएफटी से संबंधित ट्वीट पोस्ट करना शुरू किया, यूजर्स ने जल्द ही स्थिति पर काबू पा लिया। हैकर ने डिस्प्ले पिक्चर बदलने के अलावा प्रोफाइल का नाम भी 'बोरेड एप यॉट क्लब' में बदल दिया और एनएफटी से संबंधित ट्वीट पोस्ट किए।
कंटेंट नहीं हटाया है
इसने कुछ अन्य NFT संबंधित उपयोगकर्ताओं को भी रीट्वीट किया। दिलचस्प बात यह है कि आरसीबी ने कंटेंट नहीं हटाया है, साथ ही इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि भी नहीं हुई है। इसके अलावा, RCB ने एक प्रमोशनल वीडियो पोस्ट किया, जबकि उसके खाते से छेड़छाड़ की गई थी।
पहले भी हुआ है ऐसा
यह पहली बार नहीं है जब फ्रेंचाइजी का अकाउंट हैक हुआ हो। सितंबर 2021 में भी इसे हैक कर लिया गया था, लेकिन फ्रेंचाइजी अकाउंट को रीस्टोर करने में कामयाब रही। आरसीबी ने उस समय ट्वीट किया था, "डियर 12th मैन आर्मी, हमारे ट्विटर अकाउंट से कुछ घंटे पहले छेड़छाड़ की गई थी और अब हम इसे वापस पाने में कामयाब रहे हैं। हैकर्स द्वारा किए गए ट्वीट की हम निंदा करते हैं और हम उस ट्वीट की किसी भी सामग्री का समर्थन नहीं करते हैं, जिसे हमने अब हटा दिया है। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है।"
आरसीबी स्क्वॉड
विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल, मोहम्मद सिराज, फाफ डु प्लेसिस, हर्षल पटेल, वानिंदु हसरंगा, दिनेश कार्तिक, शाहबाज अहमद, रजत पाटीदार, अनुज रावत, आकाश दीप, जोश हेजलवुड, महिपाल लोमरोर, फिन एलेन, सुयश प्रभुदेसाई, कर्ण शर्मा, सिद्धार्थ कौल, डेविड विली, रीस टॉपले, हिमांशु शर्मा, विल जैक्स, मनोज भांडगे, राजन कुमार, अविनाश सिंह, सोनू यादव।
स्क्वॉड स्ट्रेंथ- 25 (इंडियन: 17, ओवरसीज: 8)
पर्स शेष - INR 1.75 करोड़
अब तक नहीं जीता खिताब
आरसीबी ने अब तक एक भी बार आईपीएल का खिताब अपने नाम नहीं किया है। फ्रेंचाइजी तीन बार सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सबसे पहले बेंगलुरु 2009 में फाइनल में पहुंची थी, जहां उन्हें डेक्कन चार्जर्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। टूर्नामेंट के चौथे सीजन में आरसीबी एक बार फिर खिताब जीतने के करीब थी, लेकिन फाइनल में उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने मात दी थी। आखिरी बाद साल 2016 में RCB ने फाइनल में जगह बनाई थी, जहां सनराइजर्स हैदाराबाद ने उन्हें पटखनी दी थी।