IND vs SL: रोहित ने दिखाई दरियादिली तब जाकर हुआ लंकाई कप्तान का शतक पूरा, जानें क्या है पूरा मामला

गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे को भारत ने 67 रन से जीत लिया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 373 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 306 रन ही बना सकी।

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By Rajat Gupta
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IND vs SL: रोहित ने दिखाई दरियादिली तब जाकर हुआ लंकाई कप्तान का शतक पूरा, जानें क्या है पूरा मामला

Rohit Sharma, Mohammed Shami, Dasun Shanaka: गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे को भारत ने 67 रन से जीत लिया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 373 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 306 रन ही बना सकी।

श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका ने शानदार बल्लेबाजी की हालांकि वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। वह 88 गेंदों पर 108 रन बनाकर नाबाद रहे। हालांकि 50वें ओवर में वह आउट हो गए थे, लेकिन भारतीय कप्तान ने आउट की अपील वापस ले ली। जिस समय शनाका आउट हुए थे, उस समय वह 98 रन पर खेल रहे थे। 

शमी ने की मांकडिंग

दरअसल 50वें ओवर की चौथी गेंद पर कसुन राजिथा स्ट्राइक पर और दासुन शनाका नॉन स्ट्राइक एंड पर थे। वह जल्द से जल्द स्ट्राइक लेना चाहते थे ताकि अपना शतक पूरा कर सकें। लेकिन शमी के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। चौथे गेंद पर शमी ने शनाका को मांकडिंग कर दिया। ऑन फील्ड अंपायर ने फैसला तीसरे अंपायर को रेफर किया। लेकिन इस बीच रोहित ने दरियादिली दिखाते हुए अपील को वापस ले लिया। आखिरी ओवर की 5वीं गेंद पर चौका लगाकर शनाका ने अपना शतक पूरा किया। ओवर की आखिरी गेंद उन्होंने छक्का लगाया। 

 

वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे

मैच के बाद रोहित शर्मा ने इस पूरे मामले पर खुलकर बात की। रोहित ने कहा, मुझे नहीं पता था कि शमी ने ऐसा (रन आउट) किया है। श्रीलंकाई कप्तान 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार थी। हम उन्हें इस तरह आउट नहीं कर सकते।' ऐसा कुछ नहीं है जिसके बारे में हमने सोचा था, उन्हें सलाम, वह वास्तव में अच्छा खेले।

 

हमने अच्छी बल्लेबाजी की

इसके अलावा रोहित ने कहा, वास्तव में बहुत प्रभावित हुआ। हमने बल्ले से अच्छी शुरुआत की, यह सभी बल्लेबाजों का शानदार प्रयास था। सभी बल्लेबाजों के लिए मंच तैयार था, मुझे लगा कि हम बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे। मैं ज्यादा क्रिटिकल नहीं होना चाहता, क्योंकि परिस्थितियां आसान नहीं थीं। दूधिया रोशनी में गेंदबाजी करना आसान नहीं था, खासकर जब ओस आती है।

लेकिन हमने अच्छी गेंदबाजी की। आपको उन आधे मौकों को लेने के लिए खेल में शामिल होना होगा। आपके पास हमेशा एक संपूर्ण खेल नहीं होने वाला है, एक समूह के रूप में काम करने के लिए कुछ निश्चित क्षेत्र हैं। सभी ग्यारह सदस्यों को सामूहिक रूप से प्रयास करने की आवश्यकता है। 

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