Ravindra Jadeja, R Ashwin, Rohit Sharma: नागपुर टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 132 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारतीय स्पिनर्स का दबदबा देखने को मिला। कंगारू टीम की पहली पारी में रवींद्र जडेजा ने 5 तो अश्विन ने तीन विकेट अपने नाम किए।
वहीं मेहमान टीम की दूसरी पारी में जड्डू ने 2 तो अश्विन ने 5 सफलताएं अपने नाम कीं। मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने खुलासा किया मैदान पर स्पिनर्स को संभालना कितना कठिन था। सभी अपने-अपने रिकॉर्ड बनाने के लिए मुझसे गेंद मांग रहे थे। किसी को अपनी 250 टेस्ट विकेट की पड़ी थी तो कोई पारी में 5 विकेट अपने नाम करना चाह रहा था।
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रोहित ने बताया अपना प्लान
स्टार स्पोर्ट्स पर इरफान पठान और जतिन सप्रू से बातचीत में रोहित ने कहा, इस पिच पर तीन स्पिनर्स को संभालना बहुत मुश्किल था। अन्य प्लेयर्स को मैनेज करने के बजाए इन तीन स्पिनर्स को संभालना ज्यादा कठिन था। अभी जडेजा बोल रहे हैं मैं 249 पर हूं, मुझे 250 विकेट चाहिए हैं। अश्विन 450 पर पहुंच गए हैं, वह चार विकेट ले चुके हैं अब बोल रहे हैं मुझे 5 विकेट चाहिए। इसमें मैं इंडिया में काफी बार फंसा हूं। मेरा सिंपल प्लान था, जब तक लेफ्टी है मैदान पर अश्विन गेंदबाजी करेंगे। दोनों राइटी आ जाएंगे तो मेरे को अश्विन को बोलना पड़ेगा कि दो लोग और भी बैठे हैं, उन्हें भी काम करने दो।
स्पिनर्स को मैनेज करना कठिन
रोहित ने कहा भारत में कप्तानी करना काफी कठिन है। मेरा तीसरा मैच है यहां पर, जब लंच होता है तो मैं यही सोचता हूं कि इन तीन स्पिनर्स को कैसे मैनेज करूं। सब कोई ना कोई रिकॉर्ड बना रहे हैं। हर दिन माइलस्टोन बन रहे हैं। कोई 30 बार 5 विकेट ले रहा है, किसी ने 250 विकेट पूरे किए हैं, किसी ने 450 लिए हैं। मैं माइलस्टोन देखता नहीं हूं, ये लोग मुझे आ कर बोलते हैं मैं ढाई सौ के पास हूं मुझे बॉल दे, मैं 450 के पास हूं मुझे बॉल दे। वनडे में सिराज ने 25 में से 10 ओवर कर दिए क्योंकि उसे 5 विकेट चाहिए थे।