Sania Mirza Career, Sania Mirza, Australian Open 2023: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिक्स डबल्स फाइनल में रोहन बोपन्ना के साथ उपविजेता रहीं। निर्णायक मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ सानिया के ग्रैंड स्लैम करियर का समापन हुआ। सानिया और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को ब्राजील की लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस ने 6-7, 2-6 के अंतर से मात दी। इससे पहले सानिया और बोपन्ना की गैर-वरीयता प्राप्त जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के सेमीफाइनल में देसिरा क्रॉजिक और नील स्कूपस्की को 7-6(5), 6-7(5), 10-6 से पटखनी दी थी।
6 ग्रैंड स्लैम जीते
2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली सानिया ने हमवतन महेश भूपति के साथ खिताब जीता था। बाद में उन्होंने 2016 में मेलबर्न पार्क में स्विस महान मार्टिना हिंगिस के साथ महिला युगल खिताब जीता। सानिया ने अपने करियर में तीन महिला युगल और तीन ही मिश्रित युगल खिताब जीते हैं। सानिया के छह ग्रैंड स्लैम खिताबों में से तीन मिश्रित युगल ट्राफियां हैं जो उन्होंने महेश भूपति (2009 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2012 फ्रेंच ओपन) और ब्राजीलियाई ब्रूनो सोरेस (2014 यूएस ओपन) के साथ जीतीं।
सानिया मिर्जा का करियर
साल 2001: भारत में ITF सर्किट पर अपने करियर का पहला इवेंट खेला।
साल 2002: ITF सर्किट पर तीन एकल खिताब और युगल खिताब जीते और लिएंडर पेस के साथ मिश्रित युगल में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता।
साल 2003: हैदराबाद में पहला WTA मुख्य ड्रा खेला और ITF सर्किट पर तीन एकल और एक युगल खिताब जीता।
साल 2004: हैदराबाद में पहला WTA युगल खिताब जीता और ITF सर्किट पर छह एकल खिताब और दो युगल खिताब जीते।
साल 2005: एकल WTA टूर खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं और ग्रैंड स्लैम के तीसरे दौर (ऑस्ट्रेलियाई ओपन में) तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। वह शीर्ष 50 में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं और उन्हें WTA न्यूकमर ऑफ द ईयर नामित किया गया।
साल 2006: दो WTA युगल खिताब जीते।
साल 2007: चार WTA युगल खिताब जीते और WTA एकल रैंकिंग में 27वें (करियर-उच्च) स्थान पर रहीं।
साल 2008: ओलंपिक खेलों (बीजिंग) में अपनी शुरुआत की; पहले दौर के एकल मुकाबले में कलाई की चोट के कारण रिटायर होना पड़ा।
साल 2009: ऑस्ट्रेलियन ओपन में महेश भूपति के साथ मिश्रित युगल में पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, साथ ही एक WTA युगल खिताब और ITF सर्किट पर एक एकल खिताब जीता।
साल 2010: एक WTA युगल खिताब जीता और ITF सर्किट पर एक एकल खिताब जीता।
साल 2011: तीन WTA युगल खिताब जीते और युगल शीर्ष 10 में प्रवेश किया।
साल 2012: दो WTA युगल खिताब जीते और लंदन ओलंपिक में खेले, लिएंडर पेस के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं।
साल 2013: पहला टॉप 10 डबल्स सीजन खेला (9वें नंबर पर रहीं) और पांच WTA डबल्स खिताब जीते।
साल 2014: कारा ब्लैक के साथ WTA फाइनल सहित तीन WTA युगल खिताब जीते।
साल 2015: युगल में पहला नंबर 1 सीज़न और एकल या युगल में नंबर 1 तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं और साथ ही विंबलडन में ग्रैंड स्लैम युगल खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
साल 2016: मार्टिना हिंगिस के साथ लगातार 19 जीत दर्ज करके सत्र की शुरुआत की और आठ WTA युगल खिताब जीते। साथ ही मिश्रित युगल में रोहन बोपन्ना के साथ रियो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचीं।
साल 2018: 2017 सीजन के बाद पेशेवर दौरे से ब्रेक लिया।
साल 2020: वापसी की और नादिया किचेनोक के साथ होबार्ट इंटरनेशनल जीता।
साल 2022: WTA 1000 क़तर ओपन और इटैलियन ओपन के साथ-साथ फ्रेंच ओपन के तीसरे दौर के सेमीफ़ाइनल में लूसी ह्राडेका के साथ पहुंचीं।
साल 2023: फरवरी में WTA दुबई टेनिस चैंपियनशिप के आखिरी टूर्नामेंट के साथ अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की। ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल फाइनल में हार के साथ अपने ग्रैंड स्लैम करियर का अंत किया।
अब तक जीते 6 ग्रैंड स्लैम
सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने अब तक 6 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। इसमें 3 वुमेंस डबल्स और 3 मिक्स्ड डबल्स शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया ओपन में उनकी निगाहें 7वें खिताब पर होंगी। भारतीय टेनिस खिलाड़ी ने साल 2015 में विंबलडन और यूएस ओपन में मिक्स डबल्स का खिताब जीता। वहीं 2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन में महिला युगल का खिताब अपने नाम किया था। वहीं रोहन बोपन्ना ने एक मिक्स डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है।
2009: ऑस्ट्रेलियन ओपन- मिश्रित युगल
2012: फ्रेंच ओपन- मिश्रित युगल
2014: यूएस ओपन- मिश्रित युगल
2015: विंबलडन- महिला युगल
2015: यूएस ओपन- महिला युगल
2016: ऑस्ट्रेलियन ओपन- महिला युगल