बीते कुछ सालों में भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट फॉर्मेट में बेहतरीन खेल दिखाया है। घर की शेर कही जाने वाली टीम इंडिया ने विदेशों में भी शानदार खेल दिखाया। टीम के इस दमदार प्रदर्शन में एक बड़ा रोल स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने भी प्ले किया।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट में भी उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट अपनी झोली में डाले थे। हालांकि आपको यह जानकार हैरानी होगी कि शमी लगभग 5 साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले थे।
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पूर्व कोच ने किया खुलासा
मोहम्मद शमी को लेकर पूर्व भारतीय बॉलिंग कोच भरत अरुण (Bharat Arun) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। अरुण के अनुसार 2018 में फिटनेस टेस्ट में फेल होने के बाद शमी गुस्से में संन्यास का मन बना चुके थे। क्रिकबज के एक शो में भरत अरुण ने कहा,
''2018 में इंग्लैंड दौरे से पहले शमी एक फिटनेस टेस्ट (यो-यो टेस्ट) में फेल हो गए थे, जिसके बाद वह भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। उन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि मैं आपसे कुछ बात करना चाहता हूं। मैंने शमी को अपने कमरे में बुलाया। कमरे में आते ही उन्होंने मुझसे कहा कि वह क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं। मोहम्मद शमी की मानसिक हालत देखकर मैं तुरंत उन्हें हेड कोच रवि शास्त्री के पास ले गया। शमी ने इसके बाद रवि शास्त्री के सामने भी ये कहा कि वह अब क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं।''
शास्त्री ने पूछा 'क्या करोगे'
भरत अरुण ने आगे कहा ''शमी ने जब रवि शास्त्री के सामने क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कही तो इस पर शास्त्री ने उनको जवाब दिया कि अगर क्रिकेट नहीं खेलोगे, तो क्या करोगे। क्रिकेट के अलावा तुम क्या जानते हो।''
अरुण के अनुसार ''रवि ने कहा कि अच्छा है, तुम गुस्सा हो। यह तुम्हारे लिए सबसे अच्छी चीज है क्योंकि तुम्हारे हाथ में गेंद है। तुम्हारी फिटनेस खराब है। तुम्हारे अंदर जो भी गुस्सा है, उसे अपने शरीर पर निकालो। हम तुम्हें 4 सप्ताह के लिए NCA (नेशनल क्रिकेट अकादमी) भेज रहे हैं और चाहते हैं कि तुम वहीं रुको। तुम घर नहीं जा रहे हो, यहां से सीधा NCA जाओगे। यह शमी को भी रास आया क्योंकि कोलकाता में उसे जाने में दिक्कत थी और इसलिए उसने NCA में 5 सप्ताह बिताए।''
वापसी के बाद मचाया धमाल
2018 के इंग्लैंड दौरे पर शमी की टीम इंडिया में वापसी हुई और 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में वह भारत की ओर से इशांत शर्मा (18) के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज रहे। शमी ने 5 मैचों में 38.88 की औसत से कुल 16 विकेट अपने नाम किए। साउथैम्पटन टेस्ट की तीसरी पारी में उन्होंने जोरदार प्रदर्शन करते हुए 57 रन देकर 4 विकेट अपनी झोली में डाले थे।
मौजूदा समय में 32 वर्षीय भारतीय पेसर के नाम पर 61 टेस्ट मैचों में 219, 87 एकदिवसीय में 159 और 23 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 24 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। आईपीएल में भी दाएं हाथ के पेसर ने 93 मुकाबलों में 99 शिकार किए हैं।
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