T20 World Cup 2022, Roger Binny, BCCI, Jasprit Bumrah: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने एक बार फिर भारत में बेहतर पिचों के महत्व के बारे में और खिलाड़ियों की लगातार चोटों के मुद्दे पर बात की। बिन्नी ने कहा कि खिलाड़ियों के चोटिल होने का कारण जो भी हो, कुछ करने की जरूरत है और यही उनकी प्राथमिकता होगी। 1983 विश्वकप विजेता बिन्नी मंगलवार को मुंबई में आयोजित बीसीसीआई की 91वीं सालाना आम बैठक में नए अध्यक्ष चुने गए थे। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि टीम में लगातार चोटों के मुद्दे को संबोधित करने पर उनका ध्यान था।
बुमराह हुए थे चोटिल
हाल ही में पीठ की चोट के कारण टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टी20 विश्वकप 2022 से बाहर हो गए थे। विश्वकप के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से तीन दिन पहले उन्हें चोटिल घोषित किया गया था। बाद में मोहम्मद शमी को उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल किया गया। बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद बिन्नी ने कहा कि हमें पता लगाने की जरूरत है कि खिलाड़ी कैसे और क्यों इतनी बुरी तरह चोटिल हो रहे हैं। इसके लिए हमें पिछले कुछ सालों का डेटा भी देखना होगा।
बेहतर पिच की जरूरत
बिन्नी ने गुरुवार को कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में कहा कि भारत विश्वकप से पहले जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ियों का चोटिल होना बर्दाश्त नहीं कर सकता। ऐसा नहीं है कि हमारे पास अच्छे प्रशिक्षक या कोच नहीं है। चाहे वर्कलोड बहुत अधिक हो, चाहे वे बहुत अधिक फॉर्मेट खेल रहे हों, कुछ करने की आवश्यकता है। यही मेरी प्राथमिकता है। पूर्व तेज गेंदबाज बिन्नी ने भी कहा कि भारत को तेज गेंदबाजों को चोटिल होने से बचाने के लिए बेहतर पिचों की जरूरत है।
बुनियादी ढांचे पर ध्यान देना है
उन्होंने कहा कि मौजूदा पिचें तेज गेंदबाजों के लिए काफी नरम और अनुपयुक्त हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेटरों के लिए नए केंद्रीय अनुबंधों के बढ़ते मुद्दे को भी स्पष्ट किया। बिन्नी ने आश्वासन दिया कि घरेलू खिलाड़ियों को फिलहाल केंद्रीय अनुबंध की जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी अच्छी देखभाल की जाती है। उन्होंने कहा, "हमें बुनियादी ढांचे पर भी ध्यान देने की जरूरत है। घरेलू खिलाड़ियों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती है, उन्हें अच्छी सुविधाएं मिली हैं और वे अच्छी जगहों पर रहते हैं। मुझे नहीं लगता कि इस समय अनुबंध की कोई आवश्यकता है।"