साउथ अफ्रीका की धरती पर Under-19 Women's World Cup में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। Potchefstroom में इंग्लैंड की अंडर-19 टीम के साथ खेले गए फाइनल मुकाबले को शेफाली वर्मा की कप्तानी वाली महिला टीम ने 7 विकेट से जीतकर पहली बार खेले जा रहे अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया है।
7 विकेट से जीती टीम इंडिया
Under-19 Women's World Cup के फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम का सामना इंग्लैंड की जूनियर टीम से हुआ। जहां, टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इसके बाद तो भारत की सधी हुई गेंदबाजी के सामने इंग्लिश टीम 68 पर ही धराशाई हो गई और भारत को जीतने के लिए 69 रन बनाने थे। इसके जवाब में टीम इंडिया की सलामी जोड़ी पहले विकेट के लिए 16 रन ही जोड़ सकी। कप्तान शेफाली वर्मा 15(11) के स्कोर पर आउट हो गईं। अगले ही ओवर में श्वेता शेहरावत भी 5(6) रन बनाकर पवेलियन लौट गईं।
इसके बाद सौम्या तिवारी और गोंगदी त्रिशा के बीच विनिंग पार्टनरशिप हुई और दोनों ने मिलकर भारत को जीत की दहलीज तक तो पहुंचा दिया, मगर तभी त्रिशा 24(29) रन बनाकर आउट हो गईं। लेकिन दूसरी छोर पर मौजूद सौम्या ने 37 गेंदों पर 24 रन की नाबाद पारी खेली और टीम इंडिया को 7 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस फाइनल मैच को जीतकर इतिहास रच दिया है। Under-19 Women's World Cup का ये पहला संस्करण था, जिसे भारतीय जूनियर महिला टीम ने जीतकर भारत का कद विश्व क्रिकेट में और ऊंचा कर दिया है।
68 पर सिमट गई थी इंग्लिश टीम
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम पूरे 20 ओवर भी बल्लेबाजी नहीं कर सकी और 18वें ओवर की पहली ही बॉल पर ऑलआउट हो गई। पूरी टीम 10 विकेट गंवाकर 68 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की इस जूनियर टीम की ओर से रयाना मैकडॉनल्ड ने 19(24) रनों की सबसे बड़ी पारी खेली। भारतीय गेंदबाजी की सराहना करनी होगी। तितस साधू, अर्चना देवी और पार्शवी चोपड़ा ने 2-2 विकेट निकाले। वहीं मन्नत कश्यप, सोनम यादव और शेफाली वर्मा ने 1-1 विकेट अपने खाते में दर्ज किए।