एशिया कप के लिए भारत ने अपनी स्क्वाड की घोषणा कर दी है, टीम में कुछ खिलाड़ियों का चयन समझ से परे है, जहाँ एक ओर इस टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ियों को भी लिया गया है, जो टीम में जगह बनाना डिजर्व नहीं करते थे।
तो वहीं दूसरी ओर एशिया कप के लिए चुनी गई टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जिनकी जगह टीम में बनती थी लेकिन उन्हें स्क्वाड में नहीं लिया गया है। तो आइए देखते है कि कौन हैं वो 3 खिलाडी जिनकी जगह एशिया कप के लिए टीम में बनती थी लेकिन उन्हें एशिया कप के स्क्वाड में नहीं लिया गया है।
अगर इन 3 खिलाड़ियों को टीम में जगह मिलती, तो ये टीम के काम आ सकते थे। ये है उन खिलाड़ियों की लिस्ट जिन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए थी -
1- कुलदीप यादव
जब भारत 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हारी थी, तो विश्लेषण करने पर पाया गया कि पिछले कुछ समय से भारतीय स्पिन जोड़ी आर आश्विन और रवींद्र जड़ेजा मिडिल ऑर्डर में विकेट लेने में सफल नहीं हो पा रही है। और यही टीम की हार की सबसे बड़ी वजह भी थी। फिर भारत ने एक नई स्पिन जोड़ी युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव को ट्राई किया और इसका उसे फायदा भी मिला। टीम को मिडिल ओवर में लगातार विकेट मिलने शुरू हो गए। ये जोड़ी 'कुलचा" के नाम से प्रसिद्ध हो गई।
लेकिन पिछले कुछ समय से इस जोड़ी को तोड़ दिया गया, और पिछले टी-20 विश्व कप में इन दोनों को न लेकर आश्विन और वरुण चक्रवर्ती पर दांव लगाया गया, जो फेल हो गया। इस बार भी टीम में सिर्फ चहल का ही चयन हुआ है। कुलदीप को न चुना जाना टीम के लिए घातक साबित हो सकता है।
कुलदीप यादव पिछले काफी समय से चोट के कारण टीम से बाहर थे, लेकिन अब वो फिट हो चुके हैं, इसलिए उन्हें टीम में चुनना चाहिए था। कुलदीप को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में लिया जाना चाहिए था। इससे उनके साथ-साथ टीम को भी फायदा मिलता। वो एशिया कप में गेम चेंजर साबित हो सकते थे, वो टीम में चयन के हकदार थे।
2- दीपक चाहर
दीपक चाहर को हालांकि स्टैंड बाई के तौर पर टीम में रखा गया है, लेकिन उन्हें मेन टीम में नहीं लिया गया है। चाहर एक अच्छे गेंदबाज हैं जो गेंद को दोनों ओर स्विंग कराते हैं। इसके अलावा वो अच्छी खासी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, और वो गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं, ये बात कुछ अवसरों पर उन्होंने साबित करके भी दिखाई है।
पिछले काफी समय से वो भी चोट के कारण टीम से बाहर थे, लेकिन अब वो फिट हो चुके हैं, इसलिए उन्हें टीम में चुनना चाहिए था। खासकर तब जब केएल राहुल को भी चोट से उबरते ही टीम में मौका दिया गया है।
दीपक चाहर को एशिया कप के लिए भारतीय स्क्वाड में लिया जाना चाहिए था। इससे उनके साथ-साथ टीम को भी फायदा मिलता। वो एशिया कप में आलराउंडर के तौर पर गेम चेंजर साबित हो सकते थे, वो टीम में चयन के वाकई में प्रबल दावेदार थे।
3- मौहम्मद शामी
मौहम्मद शामी एक अच्छे गेंदबाज हैं, जो गेंद को बड़ा अच्छा स्विंग कराते हैं। अपनी गेंदबाजी से वो बड़े-बड़े बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसा लेते हैं, इसके अलावा वो कामचलाऊ बल्लेबाजी भी कर लेते हैं। ये वो कारण हैं कि जिसके लिए उन्हें टीम में चुनना चाहिए था।
जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के कारण टीम को एक अनुभवी गेंदबाज की आवश्यकता भी थी, लेकिन फिर भी शामी को नजरअंदाज कर दिया गया। जो कि कतई सही नहीं कहा जा सकता है।
मौहम्मद शामी को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में लिया जाना चाहिए था। इससे उनके साथ-साथ टीम को भी फायदा मिलता। वो एशिया कप में गेम चेंजर साबित हो सकते थे, वो टीम में चयन के हकदार थे।