यूक्रेन ने आईसीसी से मांगी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर खेलने की मान्यता, यूक्रेन को मान्यता मिलने की संभावना 

रूस-यूक्रेन के बीच का युद्ध न सिर्फ इन दो देशों को, बल्कि पूरी दुनिया को नुकसान पहुँच रहा है। इस युद्ध के कारण यूक्रेन की सिर्फ अर्थव्यवस्था को ही नहीं नुकसान प

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By puneet sharma
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यूक्रेन ने आईसीसी से मांगी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर खेलने की मान्यता, यूक्रेन को मान्यता मिलने की संभावना 

रूस-यूक्रेन के बीच का युद्ध न सिर्फ इन दो देशों को, बल्कि पूरी दुनिया को नुकसान पहुँच रहा है। इस युद्ध के कारण यूक्रेन की सिर्फ अर्थव्यवस्था को ही नुकसान नहीं पहुँचा, साथ में वहाँ के क्रिकेट पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। 

यूक्रेन क्रिकेट का इतिहास और आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर मान्यता मिलने की आवश्यकता 

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यूसीएफ (UCF) के सीईओ (CEO) कोब्स ऑलिवर ने बताया कि हमें आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर मान्यता मिलना बहुत जरूरी है। ये हमारे देश के क्रिकेट को बचाने के लिए भी जरूरी है, अन्यथा हम अपने क्रिकेट को बचा नहीं पाएंगे। 

उन्होंने बताया कि हम आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर बनने के लिए सभी मापदंडों पर खरे उतरते हैं, इसलिए हमें टी-20 मैचों के लिए आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर मान्यता मिलनी चाहिए। 

ऑलिवर ने बताया कि हम अगले महीने "यूक्रेन फ़्रीडम कप" को आयोजित करने की प्लानिंग कर रहे हैं, जिसमें मेजबान यूक्रेन के अलावा सर्बिया, हंगरी, स्लोवेनिया और चेक रिपब्लिक के खेलने की संभावना है। 

ऑलिवर ने ये भी बताया कि हम पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से क्रिकेट खेल रहे हैं। हमारे यहाँ क्रिकेट खेलने वाले 15000 लड़कों का पूल तैयार है, जिसमें अधिकांश भारतीय छात्र हैं। यूक्रेन में हालांकि क्रिकेट स्टेडियम नहीं है, इस कारण से फुटबॉल स्टेडियम में ही मैट बिछाकर पिच तैयार की जाती है, इसी पर क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जाता है। यूक्रेन में भी लोग क्रिकेट के दीवाने हैं।  

यूक्रेन को आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर मान्यता मिलने की संभावना 

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युद्ध की विभीषिका से जूझ रहे यूक्रेन को पिछले कुछ महीनों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं रहा है। यूक्रेन क्रिकेट फेडरेशन (UCF) पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से जिस पौधे को सींच रहा है, उसको बचाने की जिम्मेदारी आईसीसी (ICC) पर है। 

अगर आईसीसी (ICC) ने इस पर ध्यान नहीं दिया, तो ये पौधा पेड़ बनने से पहले मुरझा भी सकता है। जो कि यूक्रेन क्रिकेट के साथ-साथ क्रिकेट जगत के लिए भी अच्छा नहीं होगा।

अतः जरूरी है कि यूक्रेन क्रिकेट के अस्तित्व को बचाने के लिए, उसे टी-20 मैचों के लिए आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के रूप में मान्यता प्रदान की जाए। इससे न सिर्फ यूक्रेन क्रिकेट बल्कि विश्व क्रिकेट को भी फायदा होगा। इससे यूक्रेन क्रिकेट को आर्थिक रूप से भी लाभ होगा।  

इस संदर्भ में आईसीसी (ICC) ने इसे गंभीरता से लेने का आश्वासन भी दिया है। यूक्रेन क्रिकेट फेडरेशन (UCF) के प्रेसीडेंट हरदीप सिंह ने भी यही उम्मीद जताई कि आईसीसी (ICC) इस पर जल्द ही निर्णय लेकर यूक्रेन को आईसीसी एसोसिएट्स मेंबर के तौर पर मान्यता प्रदान कर देगा। 

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