Prithvi Shaw, एक खिलाड़ी, जो सेट होने के बाद पड़ता है हमेशा ही गेंदबाजों पर भारी। रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में असम के खिलाफ एक बार फिर शॉ का बल्ला चला और इस बार तो उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड तोड़े और 379 रनों की लाजवाब पारी खेली। सलामी बल्लेबाज की इस पारी के बाद क्रिकेट गलियारों में चारों ओर उन्हीं की चर्चा और तारीफ हो रही है। इसी बीच, पूर्व भारतीय सिलेक्टर वेंकटेश प्रसाद ने शॉ को टीम इंडिया में शामिल करने की गुहार लगाई है।
वेंकटेश प्रसाद ने की पृथ्वी की सिफारिश
A rare and special talent- Prithvi Shaw .
Whatever may be the issues that are keeping him away from the team , it’s job of the management to give a chance and have an effective communication with him which helps both him and Team India. pic.twitter.com/kD9kmMRUGX— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) January 11, 2023
पृथ्वी शॉ एक अटैकिंग बल्लेबाज हैं, जो मैदान पर आते ही शॉट्स खेलने की क्षमता रखते हैं। रणजी में असम के खिलाफ खेले जा रहे मुकाबले में शॉ ने सिर्फ 383 गेंदों पर 379 रनों की पारी खेली है। उनका ये स्कोर अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है। शॉ की इस पारी ने एक बार फिर भारतीय टीम के दरवाजे पर दस्तक दी है। ऐसे में अब तमाम दिग्गज उम्मीद कर रहे हैं कि भारतीय सिलेक्टर्स अब शॉ को भी स्कीम ऑफ थिंग्स में रखकर आगामी सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल कर सकते हैं। इसी बीच भारत के पूर्व सिलेक्टर वेंकटेश प्रसाद ने मैनेजमेंट से शॉ को मौका देने की गुहार लगाई है। पूर्व खिलाड़ी ने अपने ट्विटर हैंडिल पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा-
पृथ्वी शॉ जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी बहुत कम ही होते हैं... चाहें जिस भी कारण की वजह से उन्हें टीम से दूर रखा जा रहा है, ये मैनेजमेंट का काम है कि वह शॉ को मौका दें और उनसे बातचीत करें, जिससे उनकी और टीम इंडिया की मदद होगी।
शॉ का बल्ले ने उड़ा दी गेंदबाजों की नींद
मुंबई के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) बेहतरीन फॉर्म में हैं। उन्होंने असम के खिलाफ 379 रनों की पारी तो खेली ही है, लेकिन रेड बॉल क्रिकेट में उन्होंने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की, वह देखने लायक थी। इस स्कोर तक पहुंचने के लिए शॉ ने 383 गेंदों का सामना किया, जो उनके स्कोर के लगभग बराबर है। ऐसे में यदि टीम मैनेजमेंट शॉ को आगे भारतीय टीम में शामिल करती है, तो यकीनन टीम इंडिया भी इंग्लैंड की तरह तेज शुरुआत कर बड़े स्कोर तक पहुंच सकेगी।
पिछले कुछ वक्त से टीम इंडिया के प्लेइंग अप्रोच पर सवाल उठ रहे हैं कि, रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम शुरुआत में धीमे खेल रही है। मगर, शॉ जैसे विस्फोटक बल्लेबाज भारतीय टीम की इस कमी को दूर कर सकते हैं। टेस्ट ही नहीं वाइट बॉल क्रिकेट में भी शॉ का बल्ला इसी तरह तेजी से चलता है।
आंकड़े देते हैं काबिलियत की गवाही
Prithvi Shaw ने अब तक 41 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 3623 रन बनाए हैं। वहीं, 53 लिस्ट मैचों में 52.54 के औसत से 2627 और 92 T-20 मैचों में 2401 रन बनाए हैं और इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 151.67 की रही है। बता दें, शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 T20I मैच भी खेले हैं। मगर, वह लंबे वक्त से टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच जुलाई 2021 में श्रीलंका दौरे पर खेला था। अब देखने वाली बात होगी कि, इस आतिशी पारी के बाद क्या सिलेक्टर्स अपकमिंग सीरीज के लिए शॉ को मौका देते हैं या नहीं।
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