Virender Sehwag: पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि टेस्ट और वनडे की भी अपनी विश्वसनीयता है। टी20 अकेले खेल में आगे बढ़ने का रास्ता नहीं है। दर्शकों की कमी के कारण पिछले कुछ महीनों से 50 ओवर के फॉर्मेट को खत्म करने की मांग की जा रही है। टी20 विश्वकप 2022 के बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हालिया वनडे सीरीज में मैदान पर बहुत अधिक दर्शक नहीं देखे गए। हालांकि, नजफगढ़ के नवाब की राय थी कि ICC के क्रिकेट कैलेंडर में ODI और टेस्ट का महत्व बना रहेगा।
टेस्ट और वनडे क्रिकेट रहेगा
रॉयटर्स से बातचीत में सहवाग ने कहा, "मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि केवल टी20 ही आगे का रास्ता है। टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट रहेगा क्योंकि आईसीसी सुनिश्चित करता है कि देश उन्हें खेलें ताकि वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप का आयोजन कर सके। टेस्ट क्रिकेट और वनडे इस बात का हिस्सा हैं कि खेल कैसे आगे बढ़ता है। 44 साल के सहवाग ने कहा कि दुनिया भर में विभिन्न टी20 लीगों के उभरने से खिलाड़ी आर्थिक रूप से सुरक्षित हो गए हैं।"
खिलाड़ी फाइनेंशियली सुरक्षित हैं
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह क्रिकेट खेलने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि भले ही आप अपने देश के लिए नहीं खेलते हैं और सिर्फ इन टी20 लीगों में खेलते हैं, आप फाइनेंशियल पॉइंट से सुरक्षित हैं।" सहवाग ने भी अपने करियर में काफी फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेला है। वह आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब (पंजाब किंग्स), दिल्ली डेयरडेविल्स (दिल्ली कैपिटल्स) के लिए खेल चुके हैं। सहवाग अबू धाबी टी10 लीग, रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज और अन्य टूर्नामेंट में विभिन्न टीमों के लिए भी खेले हैं।