जो ऑस्ट्रेलिया में होता है, क्या वो टीम इंडिया में संभव है

7 पारियों में महज 26 रन और इन 7 पारियों में स्कोर क्रमशः 5, 5, 1, 15, 0, 0, 0, रन। आपको ये किसी गेंदबाज के बल्ले द्वारा किए गए प्रदर्शन के आंकड़े लगे होंगे। लेकिन नहीं ये आंकड़े हैं एक बल्लेबाज के, वो भी ऐसे वैसे नहीं बल्कि दिग्गज बल्लेबाज के। यदि किसी बल्लेबाज के आंकड़े ऐसे हों, तो क्या वो टीम में रह सकता है? आप कहेंगे अगर कि वो टीम स्कॉटलैंड, हांगकांग, या यूएई जैसी कमजोर टीम हो, तो ही सम्भव है, अन्यथा नहीं।  खैर अब तो ये स्थिति है कि बांग्लादेश जैसी कमजोर समझे जाने वाली टीम के अनुभवी और दिग्गज ख

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By puneet sharma
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जो ऑस्ट्रेलिया में होता है, क्या वो टीम इंडिया में संभव है

7 पारियों में महज 26 रन और इन 7 पारियों में स्कोर क्रमशः 5, 5, 1, 15, 0, 0, 0, रन। आपको ये किसी गेंदबाज के बल्ले द्वारा किए गए प्रदर्शन के आंकड़े लगे होंगे। लेकिन नहीं ये आंकड़े हैं एक बल्लेबाज के, वो भी ऐसे वैसे नहीं बल्कि दिग्गज बल्लेबाज के। यदि किसी बल्लेबाज के आंकड़े ऐसे हों, तो क्या वो टीम में रह सकता है? आप कहेंगे अगर कि वो टीम स्कॉटलैंड, हांगकांग, या यूएई जैसी कमजोर टीम हो, तो ही सम्भव है, अन्यथा नहीं। 

खैर अब तो ये स्थिति है कि बांग्लादेश जैसी कमजोर समझे जाने वाली टीम के अनुभवी और दिग्गज खिलाड़ी मुशफिकुर रहीम को भी खराब प्रदर्शन के बाद संन्यास लेना पड़ा है। हां अलबत्ता टीम इंडिया जैसी कोई टीम हो तो बात अलग है, जहाँ आप अपनी रेपुटेशन और पिछले कुछ सालों के परफॉर्मेंस के आधार पर टीम में अपनी जगह कायम रख सकते हैं। न तो उन खिलाड़ियों को टीम से निकाला जाता है, और न ही वो खुद अपनी जगह छोड़ने को तैयार होते हैं। इसलिए टीम इंडिया में ऐसा सम्भव होता नहीं दिख रहा। हां किसी नए खिलाड़ी को बिना मौका दिए बाहर जरूर किया जा सकता है। जैसा कि हाल ही में राहुल त्रिपाठी के साथ हुआ है।

लेकिन जब बात ऑस्ट्रेलियाई टीम की हो तो ये बिल्कुल सम्भव नहीं है। फिर चाहें आप कितने भी बड़े खिलाड़ी क्यों न हों, या फिर आप चाहें टीम के कप्तान ही क्यों न हों। आस्ट्रेलियाई टीम प्रदर्शन के मामले में कंप्रोमाइज नहीं करती, उनके लिए टीम की परफ़ोर्मेंस ज्यादा मायने रखती है, खिलाड़ी की रेपुटेशन नहीं। और इस बात को आरोन फिंच भी अच्छे से जानते हैं इसलिए उन्होंने अपने खराब प्रदर्शन के कारण टीम पर बोझ बनने से पहले ही वनडे से रिटायरमेंट ले लिया है। टीम के लिए अपना स्थान बलिदान देने के लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए।  

आरोन फिंच का संन्यास 

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आस्ट्रेलिया के व्हाइट बॉल क्रिकेट कप्तान आरोन फिंच ने अपनी खराब फॉर्म के कारण वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। आरोन फिंच निसन्देह एक बहुत आक्रामक और प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि वो कुछ अवसरों को छोड़कर अब तक अपने टेलेंट के अनुरूप परफ़ॉर्म नहीं कर सके हैं। अपनी प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने के कारण उनके आँकड़े उतने प्रभावशाली नहीं लगते, जितने की होने चाहिए।

आरोन फिंच ने इस समय इसलिए इसकी घोषणा की है,जिससे टीम को अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए कप्तान चुनने का, और उसको तैयारियों का पूरा मौका देने का समय मिल सके। हालांकि वो वनडे विश्व कप 2023 तक खेलने के इच्छुक थे, लेकिन उन्होंने अपनी फॉर्म को देखते हुए ये निर्णय लेने को विवश होना पड़ा। 
 

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