18 जुलाई 2022 भारत में शाम के 4 बजकर कोई 55 मिनट पर बेन स्टोक्स एक ट्वीट करते हैं और उस ट्वीट में वो अपने वनडे क्रिकेट से संन्यास के बारे में बताते हैं, ये लाजमी था कि दुनिया हैरत भरे अंदाज में ये सवाल करे कि अचानक ही इंग्लैंड को बीता विश्व कप जिताने वाला स्टार खिलाड़ी 50 ओवर विश्व कप से लगभग साल भर पहले संन्यास क्यों ले रहा है.
लेकिन, अच्छी बात ये थी कि जो लेख बेन स्टोक्स ने अपने संन्यास के ऐलान के साथ चस्पा किया था उसमें इस बात का जिक्र था कि वो वनडे क्रिकेट से संन्यास क्यों ले रहे हैं, और इसके बाद तो क्रिकेट की दुनिया बीते 3 दिनों से इसकी चर्चा लगातार कर रही है, कि 50 ओवर की क्रिकेट को बचाना बहुत जरूरी हो गया है.
सिर्फ नाम के लिए कराया जा रहा वनडे क्रिकेट - वसीम अकरम
वसीम अकरम ने जो कहा है वो आपको हैरत में जरूर डाल सकता है, लेकिन आज का कड़वा सच यही है। "मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट खत्म होना चाहिए. इंग्लैंड में स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं लेकिन भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका में वनडे क्रिकेट में स्टेडियम खाली रहते हैं, सिर्फ नाम के लिए वनडे क्रिकेट कराया जा रहा है यह फॉर्मेट अब पुराना हो गया है.’
अब जाहिर है, सवाल ये कि आज इन सारी पुरानी बातों की चर्चा क्यों हो रही है, इसकी दो बड़ी वजह हैं, एक तो आज आया वसीम अकरम का बयान तथा दूसरी और सबसे बड़ी वजह भारत-वेस्टइंडीज की सीरीज जिसमें सभी खिलाड़ी नहीं हैं, विश्व कप के अगले साल होने की वजह से इस सीरीज की कोई खास महत्वता भी नहीं है और ऐसे में वेस्टइंडीज के सामने ये सीरीज किसी लिहाज से भी फायदेमंद नहीं दिखती.
इस साल हुए 8 वनडे सीरीज में केवल 1 सीरीज जीत पाई है वेस्टइंडीज
यहां ये जानना जरूरी है कि टीम इंडिया ने इसी साल की शुरूआत में विंडीज टीम को टी-20 और वनडे फॉर्मेट में सिर्फ हराया ही नहीं था बल्कि सूफड़ा साफ कर दिया यानी क्लीनस्वीप और इससे इतर वेस्टइंडीज की टीम ने इस साल 50 ओवर के फॉर्मेट में 8 सीरीज में से सिर्फ एक जीती है. जो नीदरलैंड्स के खिलाफ जीती थी.
इस साल की शुरूआत से वेस्टइंडीज की टीम वनडे क्रिकेट में बांग्लादेश के खिलाफ दो बार हार चुकी है, एक बार ऑस्ट्रेलिया की टीम ने उन्हें हराया है और इसके साथ-साथ आयरलैंड और पाकिस्तान की टीम भी वेस्टइंडीज की टीम को मात दे चुकी है, वेस्टइंडीज की टीम को जो गिनी चुनी जीत मिली भी हैं वो श्रीलंका और नीदरलैंड के खिलाफ मिली हैं.
बढ़ते मुकाबले, कम होते रिकवरी की वजह से बेन स्टोक्स ने लिया संन्यास
अब जिस बात से हमने इस लेख की शुरूआत की थी उसकी तरफ बढ़ते हैं, बेन स्टोक्स ने दरअसल अपने संन्यास के साथ संलग्न किये पत्र में इस बात का जिक्र किया था, बेन स्टोक्स कहते हैं "तीनों प्रारूपों में खेलना अब मेरे लिए सही नहीं है, न केवल मुझे लगता है कि मेरा शरीर व्यस्त कार्यक्रम के कारण उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है, बल्कि मेरा मानना है कि मैं एक ऐसे खिलाड़ी की जगह रोक रहा हूं जो जॉस बटलर तथा इस टीम को अपना 100 प्रतिशत दे सकता है।"
यानी कहानी साफ है कि बेन स्टोक्स ने बढ़ते मुकाबले और लगातार कम होते रिकवरी और कम आराम की वजह से इतनी जल्दी संन्यास की घोषणा कर दी. इसे इस सीरीज से जोड़कर देखें तो टीम इंडिया की इंग्लैंड के खिलाफ ODI में खेलने वाली टीम के 6 खिलाड़ी आराम पर हैं और जो टीम यहां खेलेगी उस टीम में कम ही नाम हैं जिन्हें आप फिलहाल आने वाले टी-20 विश्व कप को लेकर और परखना चाहते हो.
जडेजा-राहुल की जगह ईशान और श्रेयस को मिलेगा मौका
अब दिक्कत सीरीज शुरू होने से ठीक पहले ये हो गई है, कि जडेजा वनडे सीरीज का शायद ही कोई मैच खेल पाएं, वजह उनके बाएं घुटने में चोट है। अब जडेजा अगर आउट होते हैं तो वो चंद नाम जिनके खेल पर इसके बाद नजरें रहने वाली हैं वो बल्लेबाजों में श्रेयस अय्यर होंगे, दीपक हुड्डा होंगे, मौका मिले तो ईशान किशन को भी टीम को और देखना है.
खासकर कि जब केएल राहुल सीरीज से ठीक पहले कोविड पॉजिटिव आ गए हैं और ये मुश्किल है कि वो टी-20 सीरीज का हिस्सा बन पाएं, ऐसे में ईशान का मौका मिलना लाजमी सा लग रहा है, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश सीरीज में स्पिनर्स का बोलबाला रहा था, ऐसे में अक्षर पटेल के खेलने की उम्मीदें पहले से ही काफी प्रबल थीं, लेकिन अब अगर जडेजा नहीं होंगे तो अक्षर का नाम तय मानिए.
अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह के पास सुनहरा मौका
ध्यान देने वाली बात ये है कि अक्षर का प्रदर्शन हाल के समय में कुछ खास रहा नहीं है तो आने वाले तीनों वनडे में उनके लिए खराब फॉर्म को बेहतर बनाने का सुनहरा मौका होगा और फिर तेज गेंदबाजी में अर्शदीप को हर कोई डेव्यू कैप मिलते हुए देखना चाहता है.
खासकर की उनके इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 डेव्यू के बाद जहां एक उम्मीद ये है, कि अगर वो मिले हुए मौकों पर टी-20 विश्व कप से पहले अच्छा करते रहे तो शायद उनकी भी जगह ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट में हो. भारत के लिए इस सीरीज से बस यही कुछ चेहरे हैं जिन पर हमारी और आपकी नजरें होंगी, नहीं तो वेस्टइंडीज की इस साल की फॉर्म को देखते हुए और लगातार होती क्रिकेट के बीच ये सीरीज शायद न भी होती तो हम कुछ बड़ा नहीं खो रहे थे, और फायदा ये होता कि हमारे खिलाड़ियों के साथ सपोर्ट स्टाफ, कोच सभी को आराम मिलता.