भारतीय चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने 17 फरवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में जी मीडिया ग्रुप द्वारा उनके ऊपर किए गए स्टिंग ऑपरेशन के बाद से उनकी छुट्टी तय मानी जा रही थी, हुआ भी कुछ ऐसा ही। चेतन शर्मा ने इस स्टिंग ऑपरेशन में भारतीय क्रिकेट से जुड़े कई खुलासे किए थे। बीसीसीआई के सेकेट्री जय शाह ने उनका इस्तीफा स्वीकार किए जाने की पुष्टि भी कर दी है।
अब चयन समिति में 4 सदस्य बचे हैं, ये हैं शिव सुंदर दास, सुब्रतो बनर्जी, सलिल अंकोला और श्रीधरन शरथ। जब तक चेतन शर्मा के स्थान पर नई नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक अनुभव को देखते हुए शिव सुंदर दास को ये जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है। अब ये प्रश्न उठ रहा है कि चेतन शर्मा की जगह मुख्य चयनकर्ता के पद पर किसको नियुक्त किया जाएगा? ये 3 नाम इस रेस में शामिल हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें- स्टिंग ऑपरेशन के बाद चेतन शर्मा ने दिया इस्तीफा, भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ सिलेक्टर का पद छोड़ा
1- वेंकटेश प्रसाद
टीम इंडिया के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे वेंकटेश प्रसाद को भी ये जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इस पद के लिए उनका नाम भी चर्चा में है। वेंकटेश प्रसाद के नाम की पिछली बार भी चर्चा चली थी, लेकिन तब ऐसा नहीं हो सका। वेंकटेश प्रसाद ने अपनी धारदार गेंदबाजी से भारत को कई यादगार जीत दिलाईं हैं। 1996 विश्व कप के क्वाटर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ आमिर सुहैल का विकेट निकाल कर पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेलना उनके करियर का सबसे यादगार लम्हा था।
वेंकटेश प्रसाद के पास अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का काफी अनुभव भी है, प्रसाद ने अपने करियर में 33 टेस्ट मैच और 161 वनडे मैच खेले हैं। वेंकटेश ने अपने टेस्ट करियर में 96 विकेट और वनडे में 196 विकेट हासिल किए थे। वेंकटेश प्रसाद ने 1994 से 2001 तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था।
ये भी पढ़ें- IND Vs AUS: चेतेश्वर पुजारा के 100वें टेस्ट पर टीम इंडिया ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर, यहां देखें वीडियो
2- अजित अगरकर
टीम इंडिया के पूर्व आलराउंडर अजित अगरकर का नाम भी इस पद के दावेदारों में शामिल हो सकता है। अजित अगरकर की गिनती घरेलू क्रिकेट के अच्छे ऑलराउंडरों में की जाती थी। लेकिन टीम इंडिया में उनका एक-दो अवसरों को छोड़कर बल्ले से ज्यादा योगदान नहीं रहा। लेकिन उन्होंने अपनी गेंदबाजी से अच्छी छाप छोड़ी। अगरकर टीम इंडिया के लिए कई सालों तक खेले, और कई जीतों में नायक बनकर उभरे। इसमें 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डाला गया यादगार स्पेल भी शामिल है, जिसमें उन्होंने 6 विकेट लेकर टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई थी। उन्होंने भी अपनी धारदार गेंदबाजी से काफी शानदार स्पेल डाले।
बल्लेबाजी की बात करें तो उनके लॉर्ड्स में 2002 लगाए गए शतक को भला कौन भूल पाएगा। अगरकर ने टीम इंडिया के लिए 26 टेस्ट खेलकर 58 विकेट लिए। वहीं उन्होंने अपने करियर में 191 वनडे खेलते हुए 288 विकेट लिए। वहीं अगरकर ने 4 टी20 में 3 विकेट लिए हैं। फिलहाल वो खेल विशेषज्ञ और कमेंट्रेटर की भूमिका निभा रहे हैं। उनसे भी उनके अनुभव को देखते हुए अच्छे कार्यकाल की अपेक्षा की जा सकती है।
ये भी पढ़ें- IND Vs AUS: R Ashwin ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया स्पेशल 'शतक', कपिल देव को पीछे छोड़ा
3- आरपी सिंह
टीम इंडिया के एक अन्य तेज गेंदबाज रहे रुद्र प्रताप सिंह का नाम भी इस पद के लिए चर्चा में है। आरपी के नाम से विख्यात इस गेंदबाज का भी टीम इंडिया की कई महत्वपूर्ण जीतों में बड़ा योगदान रहा। 2007 के टी20 विश्व कप की बात करें या फिर 2008 में पर्थ के गावा में ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसी के गढ़ में घुटने टिकवाने की बात, आरपी के योगदान के बिना अधूरी हैं। उनकी स्विंग गेंदबाजी से बड़े-बड़े दिग्गज बल्लेबाज भी घबराते थे।
आरपी सिंह ने भारत के लिए 14 टेस्ट मैच खेले, इसमें उन्होंने 40 विकेट लिए। वहीं उन्होंने अपने करियर में 58 वनडे खेलते हुए 69 विकेट लिए। जबकि उन्होंने 10 टी20 खेलते हुए 15 विकेट हासिल किए। फिलहाल स्विंग के किंग आरपी खेल विशेषज्ञ और कमेंट्रेटर की भूमिका निभा रहे हैं। अगर वो मुख्य चयनकर्ता बने तो अपनी स्विंग गेंदबाजी की तरह टीम इंडिया की किस्मत भी स्विंग कर सकते हैं।