भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें लगातार नज़रंदाज़ किया हुआ है। पिछले काफी समय से चयनकर्ताओं की कृपादृष्टि उन पर नहीं हो रही है।
न तो उनका चयन एशिया कप में किया गया था और न ही आगामी टी-20 वर्ल्ड कप में। वर्ल्ड कप में उनका नाम सिर्फ रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर ही शामिल है। जैसे-तैसे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में उन्हें शामिल भी किया गया तो कोविड पॉजिटिव पाए जाने के कारण बाहर हो गए।
भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण विश्व कप टीम से बाहर हो चुके हैं, यूँ तो मोहम्मद शमी बुमराह की जगह लेने के लिए सबसे उपयुक्त गेंदबाज हैं, लेकिन लगता है कि न जाने क्यों चयनकर्ताओं ने उन्हें न चुनने का मन बनाया हुआ है। एशिया कप में भी चयनकर्ताओं ने यही रुख अपनाया हुआ था। और आज तो वो ट्रोलर्स के निशाने पर भी आ गए हैं।
क्यों ट्रोल हो रहे हैं मोहम्मद शमी
आज देशभर में विजय दशमी का त्यौहार मनाया जा रहा है। क्या सिलेब्रिटी और क्या आम आदमी, सभी लोग एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं। भारत एक सर्वधर्म समभाव वाला देश है, इसलिए त्यौहार चाहें किसी भी धर्म का हो, मनाते सभी मिलजुल कर हैं। सभी एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। लेकिन ऐसा ही शुभकामना संदेश देना भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद शमी को भारी पड़ गया।
दरअसल भारत के प्रसिद्ध क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने दशहरे के अवसर पर ट्वीट करके सभी को दशहरे की बधाई दी थी। लेकिन कुछ कट्टरपंथियों को उनका इस तरह दशहरे की शुभकामना देना पसंद नहीं आया। उन्होंने इसे इस्लाम के खिलाफ बताते हुए मोहम्मद शमी को इस संदेश के लिए ट्रोल करना शुरू कर दिया।
इन कट्टरपंथियों ने अपनी दूषित मानसिकता के कारण इसके लिए उन्हें काफी बुरा-भला बोलना शुरू कर दिया, जो कि सरासर गलत है। ऐसा व्यवहार करने वाले लोगों को अपनी सोच परिवर्तित करनी होगी और अपना दिल भी बड़ा करना होगा, साथ ही ये समझना होगा कि भारत जैसे धर्म निरपेक्ष देश में ऐसा व्यवहार करना किसी को शोभा नहीं देता। मोहम्मद शमी ने दशहरे की बधाई देकर कुछ गलत नहीं किया है। मोहम्मद शमी अपनी जगह बिल्कुल सही हैं।