इस बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बीसीसीआई ने एक नया प्रयोग किया है। उन्होंने 'इंपेक्ट प्लेयर' नाम का नया नियम लागू किया है। इस नियम का उद्देश्य खेल को और अधिक रोचक बनाना है। ये नियम अभी सिर्फ टी-20 क्रिकेट में ही लागू होगा। अगर ये प्रयोग सफल रहा, तो इस नियम को आगामी IPL में भी लागू किए जाने की संभावना है।
'इंपेक्ट प्लेयर' का नियम कुछ उसी प्रकार का है, जैसे की पहले सुपर सब नियम हुआ करता था, या फिर बीबीएल (BBL) में X फेक्टर नियम हुआ करता था।
क्या है इंपेक्ट प्लेयर नियम
इस नियम में कोई भी टीम दूसरी पारी के 14 ओवर समाप्त होने से पहले अपने एक खिलाड़ी को बदल सकती है। ये खिलाड़ी उनके द्वारा पहले से सलेक्ट किए गए 4 खिलाड़ियों में से एक होगा। इसमें रोचकता वाली बात ये है कि जिस खिलाड़ी को आप इंपेक्ट प्लेयर बनाते हैं, वो उस खिलाड़ी की जगह भी ले सकता है जो अपना योगदान कर चुका हो।
उदाहरण के लिए यदि कोई बल्लेबाज आउट हो जाता है, तो आप उसको हटा कर उसकी जगह किसी और बल्लेबाज या गेंदबाज को चुन सकते हो। इसी तरह किसी गेंदबाज का कोटा समाप्त होने के बाद उसकी जगह किसी और गेंदबाज को चुन कर उससे भी पूरे ओवर करा सकते हैं, या फिर किसी बल्लेबाज को भी चुन सकते हैं। इसका अर्थ ये हुआ कि आप प्लेइंग इलेवन में 12 खिलाड़ियों का लाभ ले सकते हैं।
इस नियम के अंतर्गत जिस खिलाड़ी का आप चयन करते हैं, वो किसी ओवर की समाप्ति पर ही मैदान में आएगा, लेकिन अगर चुना हुआ खिलाड़ी कोई बैट्समैन हुआ, तो वो किसी बैट्समैन के आउट होते ही तुरंत आ सकता है। इसी तरह फील्डिंग के दौरान किसी खिलाड़ी के इंजर्ड होने पर भी बीच ओवर में इंपेक्ट प्लेयर आ सकता है। नहीं तो इंपेक्ट प्लेयर ओवर की समाप्ति के बाद ही आएगा।
इसके अलावा अगर मैच घट कर 10 ओवर से कम का हुआ, तो इंपेक्ट प्लेयर वाला नियम लागू नहीं होगा। इसी तरह 20 ओवर से कम ओवर का मैच होने पर भी इस नियम में कुछ परिवर्तन लागू होंगे।