विराट कोहली वो खिलाड़ी है, जिसने चेज में दुनिया को बताया कि आखिर क्यों वो मॉर्डन डे क्रिकेट का सबसे बड़ा चेज मास्टर रहें हैं. वो खिलाड़ी जिसके बल्ले की तूती तीनों फॉर्मेट में बोलती थी, पर ये सब के लिए अब हमें एक दशक पीछे जाना होगा, क्योंकि इस दशक में विराट अपने विराट रूप के आधे भी नहीं रह गए हैं.
जो खिलाड़ी मजाक मजाक में अतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक बनाता था, आज उस खिलाड़ी के बल्ले से रन निकलना ही मुश्किल हो गया है. खराब फॉर्म से जूझ रहे विराट पर दुनिया नज़र लगाए बैठी हुई है, क्या खास क्या आम हर कोई विराट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है।
क्या विराट कोहली को जाना चाहिए जिम्बाब्वे?
हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स को दिए बयान पर विराट कोहली ने कहा, कि मेरा मुख्य उद्देश्य भारत को एशिया कप और विश्व कप जीतने में मदद करना है, और इसके लिए मैं टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं. पर क्या अपने खुद के फॉर्म के लिए जिम्बाब्वे जाएंगे विराट, टी-20 वर्ल्ड कप अब कुछ ही महीनों दूर है, ऐसे में विराट कोहली का फॉर्म में लौटना बहुत जरूरी है, इसके लिए अब विराट क्या जिम्बाब्वे का दौरा करेंगे या नहीं इस पर सभी की नज़रें होगी, क्योंकि सिलेक्टर्स चाहते है कि तीन वनडे के लिए विराट कोहली जिम्बाब्वे का दौरा करें।
भारत का जिम्बाब्वे दौरा 18 अगस्त से 22 अगस्त के बीच खेला जाएगा इस दौरान तीन वनडे मुकाबले दोनों टीमें खेलेंगी, अगर विराट कोहली इस दौरे में जाते हैं तो ये विराट के लिए अच्छा साबित हो सकता है, क्योंकि लंबे समय से विराट का बल्ला धीरे-धीरे शांत होता चला जा रहा है. और ऐसे में वो उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड कप से पहले एक अच्छा गेम टाइम मिल जाएगा.
इसी दौरे में लंबे समय से चोट के बाद केएल राहुल भी वापसी करते नज़र आएंगे, हालांकि विराट इससे पहले भी जिम्बाब्वे के 2 दौरे कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त वो करियर के शुरूआती दौर में थे, विराट कोहली ने जिम्बाब्वे के खिलाफ कुल 6 मैच खेले हैं जिसमें उनके बल्ले से 1 शतक निकला जो उनके करियर का 15वां वनडे शतक हरारे में आया था। इस दौरान विराट कोहली ने 6 वनडे में 50.60 की औसत से 253 रन बनाए है।
क्या जिम्बाब्वे के सामने लगा सकते हैं विराट शतक?
जिम्बाब्वे टीम 90 के दशक में तो अच्छा खेलती थी, जब हीथ स्ट्रीक, एंडी फ्लावर, ग्रांट फ्लावर और एलिस्टर कैंपबल जैसे खिलाड़ी हुआ करते थे। लेकिन फिलहाल जिम्बाब्वे के क्रिकेट का स्तर थोड़ा नीचा गिरा है, जिसकी वजह ये भी है कि वो अब बड़ी टीम के साथ ज्यादा क्रिकेट नहीं खेलती है।
हाल में जिम्बाब्वे ने पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देश का दौरा किया था, लेकिन वहां भी उनको बड़ी मुश्किल के बाद एक अदद जीत मिली है. ऐसे में मॉर्डन डे ग्रेट बाबर आजम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 8 वनडे खेले हैं जिसमें 114.75 की औसत से उनके बल्ले से निकले हैं 459 रन जिसमें 2 शतक शामिल है.
1 शतक उन्होनें जिम्बाब्वे में बनाया और दूसरा पाकिस्तान में, इसे देख आप अंदाजा लगा सकते है, कि खराब फॉर्म से जूझ रहे विराट कोहली के लिए जिम्बाब्वे के सामने भी शतक लगाना उतना आसान नहीं होगा।
विराट का गिरता फॉर्म क्या कहता है?
पिछले 3 साल से विराट के बल्ले से शतक नहीं आया है, और 2019 के बाद से लगातार उनके रनों की गति पर भी लगाम लगा है, दक्षिण अफ्रीका दौरे में उनके बल्ले से टेस्ट और वनडे में तो अर्धशतकीय पारियां देखने को मिली, लेकिन वो उन पारियों को शतकों में नहीं बदल पाए.
वहीं 2022 का आईपीएल भी बल्ले से पूरी तरह सामान्य रहा और वहीं इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज़ भी उनके लिए फ्लॉप साबित हुई, अब विराट कोहली के सामने जिम्बाब्वे और एशिया कप है, ऐसे में देखना होगा कि क्रिकेट से ब्रेक के बाद क्या विराट पूरी तरह लय में लौटेंगे या उनका संघर्ष जारी रहेगा।