त्रिपुरा के अनुभवी ऑलराउंडर मणिशंकर मूरासिंह (Manisankar Murasingh) ने स्पोर्ट्स यारी से खास बातचीत में कई सारे खुलासे किए। उन्होंने आईपीएल को लेकर कहा कि हम छोटे स्टेट से आते हैं तो किसी भी फ्रेंचाइजी का ध्यान हम पर नहीं जाता। हमारे मैच भी लाइव नहीं होते हैं। हम क्वालीफाई भी नहीं करते हैं, जिस कारण थोड़ा पीछे रह जाते हैं। अब हमारी टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हमारी कोशिश भी यही है कि हम अपने राज्य के लिए अच्छा प्रदर्शन करें, तभी आईपीएल फ्रेंचाइजी हमारे खिलाड़ियों को पिक करेंगी। यहां पढ़ें मूरासिंह से बातचीत के कुछ संपादित अंश।
सवाल: आपने बैक टू बैक मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है, आप डोमेस्टिक क्रिकेट में एक अच्छे ऑलराउंडर हैं। तो आप भी बल्ले से प्रदर्शन करना चाहेंगे?
जवाब: मुश्ताक अली में मेरा बैट खास नहीं चला, बॉलिंग अच्छी हो रही है। मुश्ताक अली में भी अच्छी बॉलिग हुई। अब मेरे मन में भी यही है कि मैं बैटिंग पर फोकस करूं।
सवाल: त्रिपुरा में अपनी डेवलेपमेंट को कैसे देखते हैं। ऋद्धिमान साहा के टीम में आने से क्या फर्फ पड़ा है?
जवाब: काफी यंग ऐज से मैं खेल रहा हूं। अपने स्टेट के जूनियर खिलाड़ियों को मोटिवेट कर रहा हूं। कैसे माहौल में कैसे खेलना है, टीम के साथ कैसे रहना है। साहा भाई के आने से माहौल अच्छा हो गया है। बड़े प्लेयर हमारे साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहे हैं।
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सवाल: हाल ही में टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। त्रिपुरा ने कई बड़ी टीमों का हराया, इस पर क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: हम भी यही बात कर रहे हैं। हैदराबाद के खिलाफ हो या चंडीगढ़ के खिलाफ, हम कुछ रनों से हार गए हैं। हम लोग प्लानिंग कर रहे हैं कि हम बड़ी टीम को हरा सकें। हम प्लानिंग कर रहे हैं कि किस सिचुऐशन में कैसे बॉलिंग करना है।
सवाल: अपनी जर्नी के बारे में बताइए। डोमेस्टिक क्रिकेट में आपका संघर्ष, आपकी 13 साल की मेहनत?
जवाब: 2003-4 में मेरा अंडर 15 डेब्यू हुआ। इसके बाद मैंने रणजी ट्राफी 2009 में डेब्यू किया। विजय हजारे में 2008 में डेब्यू हुआ। शुरुआत में मेरे करियर में कुछ उतार चढ़ाव आए 2012 के बाद से मैं अच्छा कर रहा हूं। बीते कुछ सालों से रणजी और विजय हजारे में मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। तो अभी तो फोकस वहीं है। रही बात आईपीएल की तो वहां सिलेक्शन होना नहीं होना वह तो सिलेक्टर्स पर निर्भर करता है। मेरा फोकस है कि मैं अच्छी तरह से अपने स्टेट को रिप्रजेंट करूं, अपने स्टेट के लिए अच्छा प्रदर्शन करूं।
सवाल: आईपीएल के लिए आपने किस-किस टीम के लिए ट्राइल दिए हैं?
जवाब: हां मैंने मुंबई इंडियंस के लिए ट्रायल दिए। इस साल तो बुलाया नहीं किसी ने, 2012-13 में मैंने हैदराबाद या राजस्थान के लिए ट्रायल दिया था। छोटे स्टेट हैं तो किसी को पता नहीं चलता। हम लोग क्वालीफाई भी नहीं करते हैं, इसकी वजह से थोड़ा हम बैकवर्ड साइड में हैं। होपफुली हम लोग अच्छा कर रहे हैं तो फिर लोगों को पता चलेगा कि त्रिपुरा अच्छा कर रहा है। बहुत साल से रणजी ट्राफी खेल रहा है, इसलिए हम लोग पहले अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं और अच्छा कर भी रहे हैं। तो जो भी फ्रेंचाइजी हैं स्टेट के अच्छे खिलाड़ियों को पिक कर सकती हैं।
सवाल: हार्दिक पांड्या को लेकर आप क्या कहना चाहेंगे। लगभग आपके साथ ही उनका भी करियर शुरू हुआ?
जवाब: आईपीएल में अच्छा करते हो तो देश को रिप्रजेंट करने का मौका मिलता है। हमारी कोशिश भी यही रहेगी कि हम स्टेट के लिए अच्छा करें तो हमें भी आगे मौके मिलें।
सवाल: आप बेन स्टोक्स की तरह हैं, लेफ्ट हैंड से बैटिंग करते हैं और राइड हैंड से बॉलिंग तो आप अपनी इंस्पिरेशन किसे मानते हैं, आपके फेवरेट ऑलराउंडर कौन हैं?
जवाब: बेन स्टोक्स तो नहीं मेरे फेवरेट युवराज सिंह हैं। मैं उनको बहुत फॉलो करता हूं। नई जनरेशन के ऑराउंडर में हार्दिक बहुत अच्छा कर रहा है।
सवाल: स्टेट फैसिलिटी को लेकर आपको कितना संघर्ष करना पड़ा?
जवाब: अब फैसिलिटी तो पहले से बहुत बेहतर हो गई हैं। वहां काफी सारे स्टेडियम हो गए हैं। अगरतल्ला में दो ग्राउंड हैं। अभी ऐसोसिएशन बहुत सारी फैसेलिटी दे रहा है। अभी टूर्नामेंट से 10-15 दिन पहले हम उस वेन्यू पर जाकर प्रैक्टिस करते हैं। जब मैंने स्टार्ट किया था तब से लेकर अब तक बहुत फर्क है। ऐसोसिएशन जितना देगा प्लेयर भी उतना देगा।
सवाल: अपनी जर्नी के बारे में बताएं?
जवाब: मैं घर के सामने ग्राउंड में खेलता था, पापा भी पहले से एक्साइटेड थे कि क्रिकेट खिलाना है। पापा 23 साल पहले अगरतल्ला लाए। वहीं मैंने कोचिंग किया।
सवाल: फेवरेट आईपीएल टीम?
जवाब: चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस।
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