जब महान अमेरिकी खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा और क्रिस एवर्ट का कैरियर अंत की ओर जा रहा था, उन दोनों की उम्र बद रही थी, तो लोगों को ये चिंता सता थी कि उनके बाद महिला टेनिस का भविष्य क्या होगा। मार्टिना नवरातिलोवा और क्रिस एवर्ट के सन्यास के बाद क्या कोई खिलाड़ी उनकी जगह भर सकेगी? तब स्टेफी ग्राफ उम्मीद की किरण बन कर उभरी। उन्होंने हर सवाल का जबाब अपने खेल से दिया।
उन्होंने आते ही मार्टिना नवरातिलोवा और क्रिस एवर्ट के वर्चस्व को समाप्त कर दिया। अपने डेव्यू ईयर में ही उन्होंने फ्रेंच ओपन अपने नाम करके अपने आने का एलान कर दिया। अगले साल तो उन्होंने चारों ग्रैंडस्लैम और ओलम्पिक गोल्ड मेडल अपने नाम कर अपने नाम का डंका ही बजा दिया। दाएं हाथ की जर्मनी खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ का पूरा नाम स्टेफनी मारिया ग्राफ है। उनका जन्म 14 June 1969 हुआ था।
स्टेफी ग्राफ ने अपने खेल से अपना नाम सर्वकालीन महान खिलाड़ियों में शुमार कराया है। एक समय ऐसा भी आया था कि उनसे हर खिताब जीतने की अपेक्षा की जाती थी। स्टेफी ग्राफ 377 सप्ताह अर्थात 7 साल से भी ज्यादा समय तक नंबर 1 रहीं। सारे ग्रैंडस्लैम उन्होंने कम से कम 4 बार जीते हैं। ऐसा करने वाली वो टेनिस के इतिहास की एक मात्र खिलाड़ी हैं। अब तक कोई और खिलाड़ी ऐसा नहीं कर सका है।
कैरियर की शानदार शुरुआत
स्टेफी ग्राफ ने अपने पूरे कैरियर में 22 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। स्टेफी ग्राफ ने आस्ट्रेलियन ओपन 4 बार (1988, 1989, 1990, 1994), फ्रेंच ओपन 6 बार (1987, 1988, 1993, 1995, 1996, 1999), विम्बल्डन 7 बार (1988, 1989, 1991, 1992, 1993, 1995, 1996), यू एस ओपन 5 बार (1988, 1989, 1993, 1995, 1996) जीता है।
सन 1987 में अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली स्टेफी ग्राफ ने सन 1988 के चारों ग्रैंडस्लैम अपने नाम किए थे। उन्होंने इसी साल ओलम्पिक में भी स्वर्ण पदक जीता था। सिंगल के अलावा उन्होंने डबल्स का विम्बल्डन खिताब भी सन 1988 में ही जीता था, स्टेफी ग्राफ ने अपने कैरियर के दौरान 900 मैच जीते हैं, और मात्र 115 मैच हारे हैं। स्टेफी ग्राफ का कैरियर जीत प्रतिशत 88.7% है। उन्होंने अपने कैरियर में कुल 107 टाइटल अपने नाम किए हैं।
स्टेफी ग्राफ से जुड़े विवाद
स्टेफी ग्राफ का नाम कुछ विवादों की वजह से भी चर्चा में रहा है। पहली बार उनका नाम विवाद में तब आया, जब उनके पिता और कोच पीटर ग्राफ कर टैक्स चोरी का आरोप लगा था। उन्होंने और उनके पिता ने इन आरोपों से इंकार किया था। विवाद इतना बदा कि उन्होंने देश छोड़ने तक की धमकी दे डाली।
दूसरी बार वो चर्चा में तब आईं, जब उनके एक फैन ने उनको हटा कर टेनिस की नई साम्राज्ञी बनी मोनिका सेलेस को चाकू मार कर उन्हें घायल कर दिया। इस कारण मोनिका सेलेस को काफी समय तक खेल से दूर रहना पड़ा। हालांकि स्टेफी ग्राफ को अपने प्रशंसक का उन्हें नंबर 1 बनाने का ये तरीका रास नहीं आया। उन्होंने इसकी आलोचना भी की थी।
खेल की शैली और संन्यास
स्टेफी ग्राफ के खेल की विशेषता ये थी कि वो बेसलाइन से लंबी-लंबी रैली खेल कर सामने वाले खिलाड़ी को थका देती थीं। जब प्रतिद्वंदी पस्त हो जाता था, तो फिर वो अटैक किया करती थीं। उनका फोरहैण्ड ड्राइव भी बहुत मजबूत था। सन 1999 में स्टेफी ग्राफ ने शानदार कैरियर को समाप्त करने का निर्णय करते हुए खेल को अलविदा कह दिया। जिस समय उन्होंने संन्यास लिया, उनकी रैंकिंग नंबर 3 थी।
आजकल वो अपने परिवार के साथ अमेरीका में रहती हैं। उनके पति आंद्रे अगासी खुद भी एक प्रसिद्ध टेनिस स्टार थे। उनके प्रशंसकों में अभी भी कोई कमी नहीं आई है। गोल्डन गर्ल स्टेफी ग्राफ को उनके खेल में योगदान के लिए आज भी याद किया जाता है।