टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही टेस्ट सीरीज 9 फरवरी से शुरू हो रही है, उससे पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस पीसी में रोहित शर्मा ने अन्य बातों के अलावा ऋषभ पंत की कमी महसूस करने की बात कही, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि टीम इंडिया में इतना दमखम है कि वो उनकी अनुपस्थिति में भी सीरीज जीत सके।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंत पर ये बोले रोहित
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले पीसी में बोलते हुए टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि "टीम इंडिया को इस सीरीज में ऋषभ पंत की कमी खलेगी।" साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि "हमारे पास ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जो ऋषभ की जगह भर सकते हैं। हमारे पास बल्लेबाजी में अच्छे प्लान हैं, और हमें उम्मीद है कि हम उन पर अच्छे से अमल करेंगे। हमारे पास ये सीरीज जीतने का अच्छा मौका है।"
ऋषभ पंत की कमी खलने की वजह
ऋषभ पंत का गत दिसंबर में गंभीर एक्सीडेंट हो गया था, तब से वो क्रिकेट से दूर हैं। उन्हें फिट होने और टीम में वापसी करने में अभी काफी वक्त लगेगा, टीम इंडिया को उनकी आक्रामकता की कमी महसूस हो रही है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। ऋषभ पंत का टेस्ट फॉर्मेट में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, वो इस फॉर्मेट में X फैक्टर साबित हुए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरह आक्रामक खेल दिखाते हुए ऋषभ पंत ने नंबर 6 पर बहुत आक्रामक बल्लेबाजी की है। इस सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को उनके जैसे आक्रामक बल्लेबाज की बहुत जरूरत है। इसके अलावा वो विकेट के पीछे से भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की स्लेजिंग का मुँह तोड़ जवाब देते रहते हैं। इस कारण से भी टीम इंडिया को उनकी कमी बहुत खलेगी।
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टीम इंडिया की दिक्कत
टीम इंडिया ने अपने स्क्वॉड में 2 विकेटकीपर बल्लेबाजों ईशान किशन और केएस भरत को शामिल किया है। लेकिन दोनों में से किसी ने भी अभी तक टेस्ट डेब्यू नहीं किया है। इतने बड़े मंच पर इन दोनों की अनुभवहीनता टीम इंडिया के लिए दिक्कत कर सकती है। अगर भरत खेले तो दिक्कत ये है कि वो विकेटकीपर अच्छे हैं, लेकिन वो बल्लेबाजी में उतने आक्रामक नहीं हैं।
ईशान किशन की बात करें तो वो बाएं हाथ के अच्छे बल्लेबाज हैं, और ऋषभ की तरह ही आक्रामक बल्लेबाजी भी करते हैं। अगर उन्हें खेलने का मौका मिला तो उनके साथ दिक्कत ये आएगी कि उनके पास व्हाइट बॉल का तो अनुभव है, पर इस फॉर्मेट का अनुभव नहीं है। इस वजह से लंबे फॉर्मेट में उन्हें विकेट कीपिंग में दिक्कत आ सकती है, जो टीम इंडिया के लिए भारी हो सकती है।