दिल्ली टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने मैच में वापसी कर ली है। उसने दूसरे दिन लंच के बाद भी टीम इंडिया के विकेट लेने का सिलसिला जारी रखा। ड्रिंक्स से पहले उसने विराट कोहली का महत्वपूर्ण विकेट लेकर टीम इंडिया की बड़ा स्कोर बनाने की सबसे बड़ी उम्मीद भी तोड़ दी। अच्छा खेल रहे विराट कोहली को आउट देने का निर्णय विवादास्पद था, इसलिए उस पर विवाद खड़ा हो गया।
इस निर्णय से विशेषज्ञ भी हैरान रह गए, क्योंकि जब विराट के पैड से गेंद टकराई, उसी समय उनके बल्ले से भी लगी थी। उन्होंने अंपायर के निर्णय पर हैरानगी जताई। इनमें वसीम जाफर, मार्क वॉ, सुनील गावस्कर जैसे विशेषज्ञ भी शामिल थे। विराट ने दावा किया कि उनके बल्ले पर गेंद पहले लगी थी, इसलिए वो ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय से गुस्सा नजर आए।
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अंपायर का विवादास्पद निर्णय
भारतीय पारी के 50वें ओवर में कुहनेमैन की गेंद पर विराट कोहली के खिलाफ LBW की अपील हुई, और ऑन फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया। विराट कोहली ने अंपायर के निर्णय पर DRS लिया। डीआरएस में गेंद विराट के बल्ले और पैड दोनों से लगभग साथ टकराती नजर आई, हालांकि ये क्लियर नहीं नजर आ रहा था कि बल्ले पर गेंद पहले लगी है।
इस स्थिति में ज्यादातर केसों में अंपायर संदेह का लाभ बल्लेबाजों को ही देते हैं, लेकिन इस मामले में ऑन फील्ड अंपायर ने संदेह का लाभ बल्लेबाज को न देकर गेंदबाज को दिया। और 44 रनों पर खेल रहे कोहली को आउट करार दिया। चूंकि ऑन फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दिया था, और निर्णय बदलने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं थे, इसलिए थर्ड अंपायर ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय को पलट नहीं सके। उन्होंने संदेह होने पर भी विराट को आउट करार दिया।
विराट हुए नाराज
थर्ड अंपायर ने जब सबूतों के अभाव में उन्हें आउट करार दिया, तो ऑन फील्ड अंपायर के इस विवादास्पद निर्णय से विराट नाराज नजर आए। उन्होंने पेवेलियन में पहुंच कर कोच द्रविड़ सहित सभी को दिखाया कि उन्हें किस तरह गलत आउट करार दिया गया है। विराट ने ये तक दावा किया कि गेंद उनके बल्ले से पहले टकराई थी, पैड पर बाद में लगी। सभी विशेषज्ञ उनकी बात से सहमत नजर आए, उनका मानना था कि ऑन फील्ड अंपायर को उन्हें संदेह का लाभ देना चाहिए था।