बांग्लादेश को हराकर ढाका टेस्ट को भारतीय टीम ने अपने नाम कर लिया है। टीम इंडिया ने 3 विकेट से मैच जीतने के साथ ही ये टेस्ट सीरीज भी जीत ली। इस मैच के रिजल्ट में अश्विन की पारी हार और जीत का अंतर साबित हुई।
टेस्ट क्रिकेट में अब तक 5 शतक जड़ चुके अश्विन ने इस मैच की टीम इंडिया की दूसरी इनिंग में 42 रन की अविजित पारी खेली। उनकी ये शानदार पारी किसी शतक से कम कीमती नहीं थी। उनकी पारी इतनी जबरदस्त थी, कि शानदार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर उनके सहायक की भूमिका निभाते नज़र आए।
इस मैच में एक समय टीम इंडिया मुश्किल में थी, लेकिन श्रेयस अय्यर और आर अश्विन की जोड़ी ने मैच विनिंग साझेदारी की। दोनों ने पिछले मैच की तरह अच्छी बल्लेबाजी करके टीम इंडिया को शर्मनाक हार से बचा लिया।
सुनील गावस्कर भी हुए अश्विन के कायल
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी अश्विन की बल्लेबाजी का लोहा मान लिया है। अश्विन की बल्लेबाजी के मुरीद होते होकर बोले कि पता चल गया 5 शतक कैसे आए हैं। साथ ही उन्होंने अय्यर की भी तारीफ की।
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से बात करते हुए दिग्गज ओपनर ने कहा कि "दोनों ने मुश्किल परिस्थितियों में रन बनाने के मौके को भुनाया। टेंशन के माहौल में भी दोनों शांतचित्त होकर खेलते दिखे। उन्होंने एक महत्वपूर्ण साझेदारी करके टीम को जीत दिलाई।"
आगे बोलते हुए सनी गावस्कर ने कहा कि "इन दोनों ने बांग्लादेश को अपनी रणनीति बदलने को विवश किया। अय्यर ने लॉफ्टेड शॉर्ट लगाकर बांग्लादेश को शॉर्ट गेंदबाजी भी करवाई। उन्हें तेज गेंदबाज खालिद को भी लाना पड़ा, जो दांव काम नहीं आया। अश्विन की इस पारी में बल्लेबाजी देखकर पता चल गया कि उनके बल्ले से 5 शतक कैसे आए हैं।"
अश्विन ने फिर खेली एक यादगार पारी
बॉलिंग ऑलराउंडर अश्विन टेस्ट क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं। उनका इस तरह की पारी खेलना नई बात नहीं है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार परियां खेली हैं। इनमें ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर मैच बचाने के लिए खेली गई शानदार पारी भी शामिल है।
अश्विन का निचले क्रम में खेलने के बावजूद टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है। अश्विन ने 88 मैचों की 126 पारियों में 3043 रन, 27.41 की औसत से 5 शतक और 13 अर्धशतकों के साथ बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 124 रनों के रहा है।