नागपुर टेस्ट में भारतीय टीम की जीत के सबसे बड़े हीरो स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) रहे। मैच की चौथी पारी में अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया और 12 ओवर में एक के बाद एक 5 विकेट लेकर टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मुकाबला दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में भी भारतीय टीम और फैंस को अश्विन की फिरकी से धमाकेदार प्रदर्शन की आस रहेगी। दिल्ली टेस्ट कई मायनों में भारतीय स्पिनर के लिए खास बन सकता है।
दरअसल, दूसरे मुकाबले में आर अश्विन एक नहीं बल्कि 5 बड़े रिकॉर्ड बना सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं, इन रिकॉर्ड्स के बारे में...
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कंगारुओं के खिलाफ शतक
पहला रिकॉर्ड: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना रवि अश्विन को काफी रास आता है। इस टीम के खिलाफ वह अब तक खेले 19 टेस्ट मैचों में 29.70 की औसत से कुल 97 विकेट ले चुके हैं। दिल्ली टेस्ट में अगर अश्विन 3 विकेट लेने में सफल रहे, तो कंगारुओं के विरुद्ध अपने 100 टेस्ट विकेट पूरे कर लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विकेटों का शतक लगाने वाले वह अनिल कुंबले (111) के बाद सिर्फ दूसरे भारतीय और ओवरऑल दुनिया के 15वें खिलाड़ी होंगे।
700 विकेट पूरे करने का मौका
दूसरा रिकॉर्ड: इतना ही नहीं 36 वर्षीय अश्विन दूसरे मैच में अगर 1 विकेट भी हासिल कर लेते हैं, तो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने 700 विकेट पूरे कर लेंगे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी के लिए ये उपलब्धि हासिल करने अपने आप में बड़ी बात है।
अब तक खेले 145 फर्स्ट क्लास मैचों में आर अश्विन ने 25.10 की शानदार औसत से कुल 699 विकेट चटकाए हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अश्विन ने अपना पहला 2006 में हरियाणा के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में उन्होंने दीपक जून को आउट कर अपनी पहली विकेट ली थी।
4000 इंटरनेशनल रन
तीसरा रिकॉर्ड: यह बात किसी से छिपी नहीं है कि अश्विन जितने बेहतरीन गेंदबाज है, उतनी ही उम्दा बल्लेबाजी भी कर लेते हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम पर 5 शतक दर्ज है। दिल्ली में अगर वह बल्ले से 43 रन बना लेते हैं, तो इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में मिलाकर अपने 4,000 रन पूरे कर लेंगे।
अब तक बाएं हाथ के खिलाड़ी ने 89 टेस्ट में 3066 रन, 113 एकदिवसीय मैचों में 707 रन और 65 T20I मैचों में 184 रन बनाए हैं।
चौथा रिकॉर्ड: वह अगर 22 रन भी बना देते हैं, तो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने 5000 रन के आंकड़े को छू लेंगे। प्रथम क्षेणी क्रिकेट में अश्विन के नाम पर 145 मैचों में 29 की औसत से 4978 रन दर्ज है।
पांचवां रिकॉर्ड: रवि अश्विन अगर एक चौका लगाने में कामयाब हुए तो टेस्ट क्रिकेट में अपने 350 चौके पूरे कर लेंगे।
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