भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माने जाने वाले कपिल देव खिलाड़ियों की अपने ऊपर प्रेशर होने की बात कहने से बहुत नाराज हैं। दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि खिलाड़ियों को दबाव नहीं बल्कि देश के लिए खेलने में गर्व महसूस करना चाहिए। उनके अनुसार खिलाड़ियों को प्रेशर खेलना आना चाहिए। उन्हें इस बात का गर्व होना चाहिए कि उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है। अगर आप ये नहीं कर सकते तो खेलना छोड़ दीजिए।
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प्रेशर की बात करने वाले खिलाड़ियों का कपिल देव का सख्त बयान
भारत के विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने ऐसे खिलाड़ियों पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि "मैं सुनता रहता हूं, 'हम आईपीएल खेल रहे हैं। हम पर बहुत दबाव है।' उनके लिए, मैं कहता हूं, कि फिर आप मत खेलो। आपको कौन कह रहा है खेलने के लिए? माना कि दबाव है, लेकिन यदि आप उस स्तर पर खेल रहे हैं, तो आपकी प्रशंसा और गाली दी जाएगी। यदि आप डरते हैं गालियों की, तो मत खेलो।"
इसके बाद दिग्गज ऑलराउंडर कपिल ने कहा कि "आप देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और आप पर दबाव है, यह कैसे संभव है? 100 करोड़ के देश में आप में से केवल 20 खेल रहे हैं और फिर आप कहते हैं कि आप पर दबाव है? इसके बजाय आप यह कहें कि ये एक गर्व की बात है। आपको लोगों का इतना प्यार मिल रहा है। उस पर आप गर्व करना सीखिए।"
इसके बाद आगे बोलते हुए महान खिलाड़ी कपिल देव ने सख्त कमेंट किया और कहा कि "यदि आप काम नहीं करना चाहते हैं, तो न करें। क्या कोई आपको मजबूर कर रहा है? जा के केले की दुकान लगाओ। अंडे बेचो जा के। लेकिन जब आपको मौका मिला है तो आप इसे दबाव के तौर पर क्यों लेते हैं। आप इसका आनंद लें। जिस दिन आप इसे करने लगेंगे, काम आसान लगने लगेगा। लेकिन अगर आप इसी चीज को दबाव कहें तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता।"
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क्यों की ये सख्त टिप्पणी
हाल ही में कई क्रिकेटरों ने दबाव और मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए क्रिकेट से ब्रेक लिया, या फिर संन्यास ले लिया। जिसमें इंग्लैंड के बेन स्टोक्स शामिल हैं, जिन्होंने काम के बोझ का हवाला देते हुए वनडे से संन्यास ले लिया। इसी तरह विराट कोहली जो कुछ सालों से फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन्होंने भी इंग्लैंड दौरे के बाद ब्रेक लिया।
इसके बाद उन्होंने एशिया कप टी-20 में अफगानिस्तान के खिलाफ एक शतक के साथ वापसी की, और 3 साल बाद अपने शतक के सूखे को समाप्त किया। ऐसे ही कुछ और खिलाड़ी भी प्रेशर की शिकायत करते रहे हैं। और क्रिकेट से ब्रेक लेते रहे हैं।
'प्रेशर नहीं सह सकते, तो केले की दुकान लगाओ या अंडे बेचो,' दिग्गज कपिल देव की सख्त टिप्पणी
भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माने जाने वाले कपिल देव खिलाड़ियों की अपने ऊपर प्रेशर होने की बात कहने से बहुत नाराज हैं। दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि खिलाड़ियों को दबाव नहीं बल्कि देश के लिए खेलने में गर्व महसूस करना चाहिए। उनके अनुसार खिलाड़ियों को प्रेशर खेलना आना चाहिए। उन्हें इस बात का गर्व होना चाहिए कि उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है। अगर आप ये नहीं कर सकते तो खेलना छोड़ दीजिए।
भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माने जाने वाले कपिल देव खिलाड़ियों की अपने ऊपर प्रेशर होने की बात कहने से बहुत नाराज हैं। दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि खिलाड़ियों को दबाव नहीं बल्कि देश के लिए खेलने में गर्व महसूस करना चाहिए। उनके अनुसार खिलाड़ियों को प्रेशर खेलना आना चाहिए। उन्हें इस बात का गर्व होना चाहिए कि उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है। अगर आप ये नहीं कर सकते तो खेलना छोड़ दीजिए।
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प्रेशर की बात करने वाले खिलाड़ियों का कपिल देव का सख्त बयान
भारत के विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने ऐसे खिलाड़ियों पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि "मैं सुनता रहता हूं, 'हम आईपीएल खेल रहे हैं। हम पर बहुत दबाव है।' उनके लिए, मैं कहता हूं, कि फिर आप मत खेलो। आपको कौन कह रहा है खेलने के लिए? माना कि दबाव है, लेकिन यदि आप उस स्तर पर खेल रहे हैं, तो आपकी प्रशंसा और गाली दी जाएगी। यदि आप डरते हैं गालियों की, तो मत खेलो।"
इसके बाद दिग्गज ऑलराउंडर कपिल ने कहा कि "आप देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और आप पर दबाव है, यह कैसे संभव है? 100 करोड़ के देश में आप में से केवल 20 खेल रहे हैं और फिर आप कहते हैं कि आप पर दबाव है? इसके बजाय आप यह कहें कि ये एक गर्व की बात है। आपको लोगों का इतना प्यार मिल रहा है। उस पर आप गर्व करना सीखिए।"
इसके बाद आगे बोलते हुए महान खिलाड़ी कपिल देव ने सख्त कमेंट किया और कहा कि "यदि आप काम नहीं करना चाहते हैं, तो न करें। क्या कोई आपको मजबूर कर रहा है? जा के केले की दुकान लगाओ। अंडे बेचो जा के। लेकिन जब आपको मौका मिला है तो आप इसे दबाव के तौर पर क्यों लेते हैं। आप इसका आनंद लें। जिस दिन आप इसे करने लगेंगे, काम आसान लगने लगेगा। लेकिन अगर आप इसी चीज को दबाव कहें तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता।"
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क्यों की ये सख्त टिप्पणी
हाल ही में कई क्रिकेटरों ने दबाव और मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए क्रिकेट से ब्रेक लिया, या फिर संन्यास ले लिया। जिसमें इंग्लैंड के बेन स्टोक्स शामिल हैं, जिन्होंने काम के बोझ का हवाला देते हुए वनडे से संन्यास ले लिया। इसी तरह विराट कोहली जो कुछ सालों से फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन्होंने भी इंग्लैंड दौरे के बाद ब्रेक लिया।
इसके बाद उन्होंने एशिया कप टी-20 में अफगानिस्तान के खिलाफ एक शतक के साथ वापसी की, और 3 साल बाद अपने शतक के सूखे को समाप्त किया। ऐसे ही कुछ और खिलाड़ी भी प्रेशर की शिकायत करते रहे हैं। और क्रिकेट से ब्रेक लेते रहे हैं।