कुलदीप यादव को 18 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी का मौका मिला है। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट मैच लगभग 18 महीने पहले खेला था। लेकिन इंजर्ड होने के कारण उन्हें कुछ समय क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। क्रिकेट में वापसी के बाद भी चयनकर्ताओं की कृपा दृष्टि उन पर नहीं हुई। उन्हें टी20 विश्व कप 2022 में टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई। इससे पहले कुलदीप को एशिया कप और टी20 विश्व कप 2021 में भी टीम से बाहर रखा गया था।
कुलदीप यादव को हाल के वर्षों में टीम इंडिया के सक्वाड में कम ही शामिल किया गया। जब शामिल किया भी गया तो अधिकांश मौकों पर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया गया है। इस सब के बावजूद कुलदीप यादव ने हिम्मत नहीं हारी। वो टीम इंडिया में वापसी के प्रयास में लगे रहे। इस दौरान उन्होंने जहां भी खेलने का अवसर मिला अच्छा प्रदर्शन किया।
कुलदीप को बाहर रखने का नुकसान उनके साथ-साथ टीम इंडिया को भी हुआ। इन बड़े टूर्नामेंटों में टीम इंडिया का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। वो इन टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। फिर भी बीसीसीआई, चयनकर्ताओं और टीम मेनेजमेंट ने अधिकांश मौकों पर उन्हें नजरअंदाज ही किया। लेकिन अब आशा है कि अब पिछली गलतियों से सबक लेते हुए कुलदीप को टीम इंडिया में नियमित अवसर दिए जाएंगे।
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कुलदीप ने बताया अपने शानदार प्रदर्शन के बाद अपना अनुभव
इस मैच के दूसरे दिन अपने शानदार ऑलराउंड खेल के बारे में अपने अनुभव को साझा करते हुए कुलदीप ने बताया कि "मैं इस मैच की शुरुआत में थोड़ा नर्वस था। मैं बहुत लकी था कि मुझे पहले ओवर में पहला विकेट मिला। जिससे मोमेंटम भी मुझे वापस मिल गया। कुछ ओवरों के बाद, मैंने अच्छा महसूस करना शुरू कर दिया। मैंने अपनी गति और विविधताओं को मिलाया। मैंने दोनों एंगल से ओवर द विकेट और राउंड द विकेट बॉल डालना शुरू कर दिया। मुझे अच्छी टर्न मिल रही थी, जो मुझे पसंद आ रहा था।"
चाइनामैन कुलदीप ने आगे बताया कि "चोट से उबरने के बाद मैंने अपनी लय पर काम करना शुरू किया। मैंने थोड़ा तेज होने की कोशिश की, इससे मुझे बहुत मदद भी मिली। मैंने अपनी स्पिन से कोई समझौता नहीं किया। इस मैच में जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था, तो मुझे लगा कि स्पिनरों के लिए इसमें कुछ खास नहीं है। बल्लेबाजी के दौरान मुझे किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मुझे लगा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छा रहेगा। लेकिन मैं जानता था कि जब आप कूकाबूरा गेंद से कलाई के स्पिनर गेंदबाजी करते हैं, तो ऐसे विकेटों पर आपको निश्चित रूप से टर्न और बाउंस मिलेगा।"