ढाका में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में रोमांचक मुकाबले के बाद टीम इंडिया ने जीत हासिल कर ली। टीम इंडिया की इस जीत के नायक रहे रविचंद्रन अश्विन और श्रेयस अय्यर। जिन्होंने बांग्लादेश के जबड़े से जीत छीन ली। इससे पहले अक्षर पटेल ने भी महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
इन खिलाड़ियों के अहम योगदान के बल पर टीम इंडिया ने एक समय असंभव नज़र आ रही जीत हासिल कर ली। और इस मैच के साथ दो मैच की टेस्ट सीरीज भी जीत ली। इस जीत से टीम इंडिया की WTC के लिए क्वालीफाई करने की आशाओं को जीवित रखा है।
टीम इंडिया के आर अश्विन को मैन ऑफ द मैच और चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। मैच की समाप्ति के बाद इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि उन्हें अश्विन और अय्यर की जोड़ी से जीत की उम्मीद नहीं थी। वो एक और खिलाड़ी से जीत की उम्मीद कर रहे थे, और उसके आउट होते ही जीत की उम्मीद छोड़ चुके थे।
ये भी पढ़ें: IND Vs BAN: गावस्कर ने माना अश्विन का लोहा, 'बोले पता चल गया 5 शतक कैसे आए'
ऋषभ के आउट होते ही हार नजदीक देख रहे थे पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने स्वीकार किया कि उन्हें अश्विन और अय्यर से जीत दिलाने की आशा नहीं थी। बल्कि उनकी उम्मीदें ऋषभ पंत के आउट होते ही धराशायी हो गई थीं। पुजारा ने कहा कि "हम जानते थे कि मैच फंसा हुआ है, हर गिरते विकेट के साथ हमारी संभावनाएं भी धूमिल हो रही थीं। औऱ जब फॉर्म में चल रहे पंत भी सस्ते में पैवेलियन लौट गए, तो लक्ष्य दूर नज़र आ रहा था और विकेट हाथ में थे मात्र तीन। इन दोनों ने मिलकर चमत्कार कर दिया। और असंभव नज़र आ रही जीत दिला दी।
इन दोनों ने 7 विकेट पर 74 रन से अपनी बहुमूल्य 71 की नाबाद साझेदारी की बदौलत जीत तक पहुंचा दिया। मैच के बाद बांग्लादेश के कप्तान शाकिब ने भी माना कि अश्विन और श्रेयस की जोड़ी मैच हमसे दूर ले गए। वहीं भारतीय कप्तान केएल ने भी माना कि हम दबाव में थे। और ड्रेसिंग रूम में टेंशन का माहौल था।