भारत और श्रीलंका के बीच 3 टी20 मैचों की सीरीज को टीम इंडिया ने जीत लिया है। 7 जनवरी को राजकोट में खेले गए तीसरे और अंतिम टी20 मैच में टीम इंडिया ने धाकड़ बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव के शानदार शतक के दम पर श्रीलंका को मात दी। सूर्यकुमार की शतकीय पारी दर्शनीय थी, उन्होंने बेखौफ होकर बल्लेबाजी की और श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। अपनी इस पारी से उन्होंने सभी को एक बार फिर अपना दीवाना बना लिया।
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मिस्टर 360 डिग्री के नाम से विख्यात सूर्यकुमार के लिए इस तरह की पारी खेलना कोई नई बात नहीं है, वो पहले भी गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटते रहे है। उनके मैदान के सभी कोणों में शॉट लगाने की उनकी विशिष्ठ क्षमता के कारण उनकी तुलना एवी डिविलियर्स से की जाती है। स्काई के अंदर बेखौफ होकर बल्लेबाजी करने का जो जज्बा है, वो उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाता है।
सूर्या की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री भले ही देर से हुई हो, लेकिन उसके बाद इस आतिशी बल्लेबाज ने मुड़कर पीछे नहीं देखा है। उन्होंने अब तक के अपने छोटे से टी20 करियर में ही 3 शतक लगाकर सारी दुनिया में अपना लोहा मनवा लिया है। सूर्या को टीम इंडिया के लिए खेलने का पहला अवसर लंबे संघर्ष और बहुत प्रतीक्षा करने के बाद 30 प्लस होने पर मिला। अपने प्रदर्शन से उन्होंने चयनकर्ताओं को वनडे में भी उन्हें जगह देने के लिए मजबूर किया है, और अब उन्हें टेस्ट टीम में भी शामिल किए जाने की मांग हो रही है।
सूर्या की बल्लेबाजी की दीवानगी सिर्फ अपने देश तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि दुनियाभर में उनकी बल्लेबाजी के कायल लोगों की कमी नहीं है। लोगों को उन्हें इतनी देर से मौका मिलने का मलाल है। उनकी 7 जनवरी की इनिंग के बाद पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट्ट ने कमेंट करते हुए अपनी राय दी है, उन्होंने बल्लेबाज सूर्यकुमार को भाग्यशाली बताया है।
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सलमान बट्ट ने बताई ऐसा कहने की वजह
अपने उन्हें भाग्यशाली बताने वाले कमेंट पर इसकी वजह बताते हुए पूर्व पाक ओपनर सलमान बट्ट ने कहा कि "मैं हर जगह पढ़ रहा था, कि वह 30 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आया था। इस बात पर मैंने जब सोचा, तो मुझे लगा कि वह भाग्यशाली है, क्योंकि वह एक भारतीय है। अगर वह पाकिस्तान में होता, तो ओवर 30 पॉलिसी का शिकार होता। और मुझे नहीं लगता कि उसे इस उम्र में पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिलता।"