'अभी भी अपने अधूरे सपने को पूरा करने को बेताब हैं सूर्या', किया इसका खुलासा

टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। क्रिकेट खेलने वाले हर खिलाड़ी की यही चाहत होती है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेले। क्रिकेट के इस प्रारूप में खिलाड़ियों का रियल टेस्ट होता है। क्रिकेट के इस फॉर्मेट से पता चलता है कि किस खिलाड़ी में कितनी प्रतिभा है।  सूर्य कुमार यादव की गिनती शॉर्ट फॉर्मेट के सबसे बड़े खिलाड़ियों में होती है। इस समय वो टी20 क्रिकेट में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज हैं। लेकिन सभी खिलाड़ियों की तरह उनका सपना भी टेस्ट क्रिकेट खेलकर उसमें नाम कमाने का है। वो टीम इंडिया के लिए

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By puneet sharma
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'अभी भी अपने अधूरे सपने को पूरा करने को बेताब हैं सूर्या', किया इसका खुलासा

टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। क्रिकेट खेलने वाले हर खिलाड़ी की यही चाहत होती है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेले। क्रिकेट के इस प्रारूप में खिलाड़ियों का रियल टेस्ट होता है। क्रिकेट के इस फॉर्मेट से पता चलता है कि किस खिलाड़ी में कितनी प्रतिभा है। 

सूर्य कुमार यादव की गिनती शॉर्ट फॉर्मेट के सबसे बड़े खिलाड़ियों में होती है। इस समय वो टी20 क्रिकेट में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज हैं। लेकिन सभी खिलाड़ियों की तरह उनका सपना भी टेस्ट क्रिकेट खेलकर उसमें नाम कमाने का है। वो टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं, इस बात को वो पहले भी कह चुके हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा तैयारी भी शुरू कर दी है।

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सूर्या की टेस्ट खेलने का सपना पूरा करने की तैयारी जोरों पर 

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इसीलिए इस बार वो घरेलू क्रिकेट में रेड बॉल के सबसे बड़े टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में 3 साल बाद वापसी कर रहे हैं। वो अपनी घरेलू टीम मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रहे हैं। वो चाहते हैं कि उनका प्रदर्शन रेड बॉल क्रिकेट में अच्छा रहे। जिससे उनका इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए प्रवेश का रास्ता खुल जाए। 

सूर्या ने बताया कि "ज्यादातर खिलाड़ी अपनी घरेलू टीम के लिए रेड बॉल क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत करते हैं, और धीरे-धीरे व्हाइट बॉल की ओर जाते हैं। मैंने भी ऐसा ही किया था। मैंने अपने करियर की शुरुआत रेड बॉल क्रिकेट के साथ ही की थी। यही मेरी पहली पसंद भी है। मेरे हिसाब से यही सर्वश्रेष्ठ फॉर्मेट भी है। व्हाइट बॉल क्रिकेट मैंने बाद में खेलना शुरू किया था।" 

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सूर्यकुमार ने बताया कि "मैंने टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड को भी अपने दिल की बात बताई हुई है, कि मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। उन्हे पता है कि ये मेरा सपना है। उन्होंने पिछले साल मुझे न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान नेट में अभ्यास करते हुए देखा भी था। मेरी बल्लेबाजी को देखकर उन्होंने कहा था कि तुम अच्छा खेल रहे हो। तुम शॉर्ट बहुत खेल रहे हो, तुम्हें बस कुछ शॉर्ट कम खेलने होंगे।"

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स्काई ने आगे कहा कि "मेरा मानना है कि माइंड सेट सही होना चाहिए, फिर इससे फर्क नहीं पड़ता कि फॉर्मेट कौन सा है। मेरा सीधा सा फंडा है कि सफल होने के लिए आपको चीजों को सिम्पल रखना चाहिए। आपको इसके लिए कुछ त्याग भी करने पड़ते हैं। इसमें खान-पान भी शामिल है।"      

पूर्व क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री का भी यही मानना है कि "मैं भी सभी फॉर्मेट का खिलाड़ी था, और टेस्ट क्रिकेट में मुझे अपनी बल्लेबाजी में आनंद आता था। इसी तरह सूर्या भी टेस्ट क्रिकेट में अच्छा कर सकता है। वो अपनी बल्लेबाजी से सभी को लुफ़्त दे सकता है। टेस्ट में भी वो सफल साबित हो सकता है।" 

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