टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को 10 विकेट की करारी हार झेलनी पड़ी है। जिसके बाद भारतीय टीम की लचर प्रदर्शन पर सवाल भी उठने लगे हैं। हम अपने इस लेख में आपको वो पांच बड़ी वजह बताने जा रहे हैं, जिन कारणों से टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में हारकर बाहर हो गई है।
इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने सेमीफाइनल को मिलाकर कुल 6 मुकाबले खेले हैं। जिसमें टीम इंडिया को 4 मैच में जीत तो 2 मैच में हार मिली है। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने पाकिस्तान, नीदरलैंड, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे पर जीत तो दर्ज कर ली, लेकिन जैसे दो बड़ी टीम सामने आई साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड, इनके खिलाफ टीम इंडिया कही नहीं टिकी और एकतरफा हार कर इस टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
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टीम इंडिया की हार की ये रही 5 बड़ी वजहें
1. भारतीय बल्लेबाजों द्वारा पॉवरप्ले में धीमी बल्लेबाजी
इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय ओपनरों द्वारा मैच के पहले ओवर से लेकर पॉवरप्ले की छठी ओवर तक धीमी बल्लेबाजी हार की बड़ी वजहों में से एक है। टूर्नामेंट के दौरान कई मैचों में देखा गया जब भारतीय पारी की पहली ओवर मेडन गई। वहीं सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजो ने भारतीय बल्लेबाजों को आईना दिखाते हुए पॉवरप्ले में तेज शुरुआत कर अपनी टीम की जीत को और आसान बना दिया।
2. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को बाहर बैठाना पड़ा महंगा
एक तरफ इस टूर्नामेंट में जहां राशिद खान, आदिल रशीद जैसे स्पिनरों को सफलता मिल रही थी, वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम की महान मैनेजमेंट हमारे चतुर चालक स्पिनर युजवेंद्र चहल को प्लेइंग से दूर रखना ही उचित समझा। इससे पहले भी दुबई में हुए 2021 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान चहल को तब स्क्वाड में ही शामिल नहीं किया गया था। लेकिन अब स्क्वाड में शामिल करके भी उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं देना टीम इंडिया को भारी पड़ गई है।
3. दबाव पड़ते ही कप्तान रोहित शर्मा का पैनिक कर जाना
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा बीते कुछ वक्त से कप्तानी के दौरान काफी दबाव में देखे गए हैं, एशिया कप के दौरान भी उन्हें कई बार देखा गया जब वह मुश्किल हालात में बिखरते हुए नजर आए, कुछ ऐसा ही दबाव रोहित पर टी 20 वर्ल्ड कप 2022 में भी देखा गया है। भारतीय कप्तान की तरफ से जब जरूरत थी सूझबुझ भरी कप्तानी करने की तब उनका जल्दबाजी में लिया गया फैसला टीम के लिए काफी महंगा साबित हो गया।
4. भारतीय गेंदबाजों द्वारा बीच के ओवर में विकेट नहीं निकाल पाना
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने इस पूरे टूर्नामेंट में मैच दर मैच एक ही गलती की है। वो बीच के ओवर में विकेट नहीं चटका पाए जिस वजह से विपक्षी टीम बड़ी साझेदारी करने में कामयाब रही है। जसप्रीत बुमराह और रविन्द्र जडेजा जैसे गेंदबाजों के ना होने से भारतीय की गेंदबाजी यूनिट पूरी तरह से कमजोर नजर आई।
5. बल्लेबाजी में 4 नंबर के बाद नीचे किसी का नहीं चलना
भारतीय बल्लेबाजी में टॉप-4 के बाद मध्यक्रम में खालीपन भी इस टूर्नामेंट से भारत के बाहर होने की बड़ी वजह रही है। भारतीय बल्लेबाजों द्वारा नीचले क्रम में गहराई ना होना, जिस वजह से आखिर में 20-30 रन कम रह जाना भारतीय टीम को भारी पड़ गई है।