IPL: एक सीजन के आधार पर टीम इंडिया में नहीं होगा सिलेक्शन, BCCI ने लिया कड़ा फैसला

अब टीम इंडिया में किसी खिलाड़ी का चयन आईपीएल के किसी एक सीजन के आधार पर नहीं होगा, बल्कि इसके लिए उसे अन्य प्रतियोगिताओं में भी अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा। ये निर्णय बीसीसीआई की एक महत्वपूर्ण मीटिंग में लिया गया। ये मीटिंग 1 जनवरी को हुई थी, जिसमें इसके अलावा कई और भी बड़े निर्णय लिए गए। बीसीसीआई की इस मीटिंग में प्रेसिडेंट रोजर बिन्नी, सेकेट्री जय शाह, एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण, चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा, हेड कोच राहुल द्रविड और कप्तान रोहित शर्मा शामिल हुए।

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By puneet sharma
IPL: एक सीजन के आधार पर टीम इंडिया में नहीं होगा सिलेक्शन, BCCI ने लिया कड़ा फैसला
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अब टीम इंडिया में किसी खिलाड़ी का चयन आईपीएल के किसी एक सीजन के आधार पर नहीं होगा, बल्कि इसके लिए उसे अन्य प्रतियोगिताओं में भी अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा। ये निर्णय बीसीसीआई की एक महत्वपूर्ण मीटिंग में लिया गया। ये मीटिंग 1 जनवरी को हुई थी, जिसमें इसके अलावा कई और भी बड़े निर्णय लिए गए। बीसीसीआई की इस मीटिंग में प्रेसिडेंट रोजर बिन्नी, सेकेट्री जय शाह, एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण, चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा, हेड कोच राहुल द्रविड और कप्तान रोहित शर्मा शामिल हुए। 

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टीम में चयन के लिए आईपीएल का सिर्फ एक सीजन ही काफी नहीं 

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बीसीसीआई ने निर्णय लिया है टीम इंडिया में चयन के लिए अब आईपीएल के सिर्फ एक सीजन का प्रदर्शन ही काफी नहीं होगा, बल्कि इसके लिए और भी कड़े मापदंडों पर खिलाड़ियों को परखा जाएगा। अब खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में खेलकर वहां भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। बीसीसीआई के ये निर्णय लेने की वजह ये है कि टीम इंडिया का पिछले काफी समय से प्रदर्शन बहुत अच्छा और स्थिर नहीं रहा है। 

टीम इंडिया को बड़ें टूर्नामेंटों में महत्वपूर्ण अवसरों पर हार झेलनी पड़ी है। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में टीम के चयन से स्पष्ट भी हो जाता है। टीम में पिछले कई सालों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे शिवम मावी और मुकेश कुमार जैसे खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। इसके अलावा ये भी तय हुआ कि चयन के लिए यो-यो टेस्ट और डेक्सा स्कैन टेस्ट पास करना भी जरूरी होगा। यो-यो टेस्ट पहले भी किया जाता थक, लेकिन डेक्सा स्कैन टीम इंडिया के लिए नया कॉन्सेप्ट है।  

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क्या है नया शामिल किया गया डेक्सा स्कैन

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डेक्‍सा एक इमेजिंग टेस्‍ट होता है जिसके तहत किस भी व्‍यक्ति की हड्डियों का घनत्‍व मापा जाता है। यानी बोन डेंसिटी टेस्ट को डेक्सा स्कैन कहा जाता है। आसान भाषा में अगर इसे समझें तो इसका मकसद हड्डी से उत्‍पन्‍न होने वाली ताकत से है। यह एक खास तरहा का एक्स रे होता है। डेक्‍सा स्‍कैन से यह रिजल्ट मिलता है कि हड्डी में फ्रेक्‍चर आने की संभावना कितनी है।

इससे साथ ही बॉडी की संरचना को समझने में भी मदद मिलती है। कुल मिलाकर एक खिलाड़ी के शरीर के अंदर फैट और मांसपेशियों के बारे में डेक्स स्कैन से डिटेल जानकारी मिल जाती है। खिलाड़ियों पर अधिक ध्यान देने के उद्देश्य से बीसीसीआई ने इस टेस्ट को अनिवार्य करने का फैसला लिया है। इससे स्कैन से 10 मिनट में पता लगाया जा सकता है कि प्लेयर कितना फिट है। 
 

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