भारत और न्यूजीलैंड के बीच वनडे सीरीज 30 नवंबर को खेले गए तीसरे वनडे के साथ समाप्त हो गई है। लेकिन इस सीरीज में विकेटकीपर बल्लेबाजों ऋषभ पंत को खिलाने और संजू सैमसन को न खिलाने को लेकर शुरू हुई बहस अभी भी जारी है। ये बहस आसानी से खत्म होती भी नहीं दिख रही। पंत को लगातार खेलने के मौके दिए जा रहे हैं, लेकिन वो इसका फायदा लेने में असफल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी संजू सैमसन को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसके लिए टीम इंडिया के मैनेजमेंट पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। खेल विशेषज्ञों से लेकर आम लोग तक टीम मैनेजमेंट की आलोचना कर रहे हैं। लेकिन टीम इंडिया के अंतरिम हेड कोच वीवीएस लक्ष्मण ने पंत को प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने के निर्णय का बचाव किया है। उन्होंने मैनेजमेंट के अंतिम वनडे में भी पंत को खिलाने के निर्णय को सही ठहराया है।
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लक्ष्मण की पंत को खिलाने को लेकर राय एकदम स्पष्ट
लक्ष्मण में प्राइम वीडियो से बात करते हुए पंत को लगातार मौके दिए जाने के निर्णय का खुलकर बचाव किया, और इसे एकदम सही माना। कोच लक्ष्मण ने कहा कि "प्रतिभाशाली पंत काफी समय से टीम इंडिया के सदस्य हैं। उन्होंने पहले ही ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाकर टेस्ट में अपनी जगह पर मुहर लगा ली है। हालांकि सीमित ओवरों के प्रारूप में वो उसी सफलता को दोहराने में अभी तक से सफल नहीं रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि उनका एकदिवसीय रिकॉर्ड खराब है। 29 एकदिवसीय मैचों में, उन्होंने 35.62 की औसत से 855 रन बनाए हैं। हां टी20 का उनका रिकॉर्ड जरूर खराब है।"
ये पूछे जाने पर कि क्यों व्हाइट बॉल क्रिकेट में लगातार फ्लॉप हो रहे पंत को नाकाम रहने के बावजूद भी मौके दिए जा रहे हैं। इस पर उनका बचाव करते हुए दिग्गज बल्लेबाज रहे लक्ष्मण आगे कहते हैं कि "नंबर 4 पर पंत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, हाल ही में उन्होंने ओल्ड ट्रैफर्ड में एक महत्वपूर्ण शतक बनाया था और इसलिए उनको सपोर्ट करना जरूरी है। टी20 क्रिकेट ने भी वो अच्छा करने का आत्मविश्वास रखते हैं, फिर चाहे मैदान कितना भी बड़ा क्यों न हो, वो लंबी हिट मारने की क्षमता रखते हैं।"
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई इस सीरीज में ऐसा रहा ऋषभ का रिकॉर्ड
इस सीरीज में 3 वनडे मैच खेलते हुए 2 पारियों में उन्होंने मात्र 25 रन ही बनाए हैं। पहले वनडे मैच में जहां उन्होंने 15 रन बनाए, वहीं आज भी वो मात्र 10 रन ही बना सके। इससे पहले खेली गई 3 टी20 की 2 पारियों में उन्होंने 11 और 6 रन का स्कोर बनाते हुए मात्र 17 रन ही बनाए थे। इस तरह से इस सीरीज में वो बल्ले से पूरी तरह से असफल रहे।