जिम्बाब्वे के खिलाफ 27 अक्टूबर को मिली 1 रन की हार के बाद पाकिस्तान में हंगामा मचा हुआ है। पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों, विशेषज्ञों और आम जनता सभी ने पाकिस्तानी टीम के खराब प्रदर्शन की जमकर आलोचना की है। इन सभी ने पाकिस्तानी टीम, बोर्ड और सेलेक्टर्स को निशाने पर लिया है। पाक टीम से लोग पहले से ही खफा थे, क्योंकि पाकिस्तान को 23 अक्टूबर को टीम इंडिया के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा था।
पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों वकार यूनुस और मिस्बाह उल हक ने भी पाकिस्तानी टीम की हार के बाद अपनी टीम की कड़ी आलोचना की है, और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया खुल कर दी है। आइए जानते हैं, क्या कहना है इन दोनों पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर का अपनी टीम की हार पर?
वकार यूनुस की पाकिस्तानी टीम की हार पर राय
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर वकार यूनुस ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बात करते हुए कहा कि "लोग गुस्से में हैं और यह सही भी है, क्योंकि आज का क्रिकेट दिल दहला देने वाला था। मुझे नहीं पता कि वे ओवर कॉन्फिडेंट थे या अनमेच्यॉर्ड थे, लेकिन ये बहुत ही निराशाजनक था। हमने संघर्ष ही नहीं किया, हम बहुत खराब खेले। मुझे टीम की कोई योजना नहीं दिखी, और हम पहली गेंद से ही मैच हार गए थे।"
उन्होंने आगे कहा कि "इन कठिन पिचों पर नहीं जहां उछाल है, घास है, गेंदबाजी का एक अलग तरीका होता है। मुझे नहीं लगता कि हमारे कोच या कप्तान ने कोई तैयारी की है? एक समय मैंने सोचा था कि जिम्बाब्वे वाले 160-170 रन बनाएंगे। लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और हम मैच में वापस आ गए। लेकिन हमारे सलामी बल्लेबाजों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसे देखकर मुझे बहुत निराशा हुई।"
उन्होंने आगे कहा कि "ऐसा लगता है कि जैसे हमें नहीं पता था कि हमें किस राह पर जाना है। वो तो हमारे सामने जिम्बाब्वे की टीम थी, अगर दूसरी टीम होती तो वो हमें अपने करीब ही नहीं आने देती। टी20 क्रिकेट खेलने का एक तरीका है और हम उस तरह से नहीं खेल रहे हैं।"
मिस्बाह-उल-हक की पाकिस्तानी टीम की हार पर प्रतिक्रिया
एक स्पोर्ट्स चैनल से बात करते हुए पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह-उल-हक ने कहा कि "पिछले मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ने क्या किया था? एक चीज बड़ी स्पष्ट थी कि वो शॉर्ट गेंद से परेशान थे। हमने इतने लंबे समय तक उन्हें एक भी शार्ट गेंद नहीं फेंकी। जिम्बाब्वे के बल्लेबाजी के लिए आते ही उन्हें मुश्किल में डालने के बजाय, हमने शुरुआत में ही उन्हें बाउंड्री बॉल गिफ्ट में दीं।"
उन्होंने आगे कहा कि "हम विश्व कप में वही गलतियाँ फिर से दोहराते रहे। हमें पता होना चाहिए था, कि जिम्बाब्वे ऐसा कर सकता है। उनके पास बल्लेबाजी में भले ही सीमित संसाधन हो, लेकिन उनकी गेंदबाजी अच्छी है। हमने उनके खिलाफ काफी खेला है और हमें इसके बारे में सतर्क रहना चाहिए था।"
उन्होंने आगे कहा कि "हमें उन्हें जितना कम से कम टोटल संभव हो उतने पर रोकना चाहिए था। और हमारी बल्लेबाजी, इसके बारे में क्या ही कहें। कभी-कभी ऐसा भी नहीं लगता कि हम 100 रन भी बना पाएंगे। हमारे अंदर आत्मविश्वास की बहुत कमी है। इस वर्ल्ड कप में अब भी कुछ भी हो सकता है, यह अभी भी खुला है। हमें जागना होगा, हमें इस परिस्थिति से बाहर निकलना होगा।"