सचिन तेंदुलकर की गिनती दुनिया के सर्वकालीन महान खिलाड़ियों में की जाती है। काफी सारे विशेषज्ञ उन्हें डॉन ब्रेडमैन के बाद सबसे महान बल्लेबाज भी मानते हैं। अपने करियर में इस दिग्गज बल्लेबाज ने इतने रिकॉर्ड बनाए हैं कि उनको रिकॉर्डों का पर्यायवाची भी कहा जाता है। सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने का अद्भुत कारनामा भी किया हुआ है। तेंदुलकर ने दो दशक से अधिक समय तक क्रिकेट जगत में अपने नाम की धूम मचाए रखी।
अपने दौर में सचिन का अलग ही रुतबा था। सचिन के नाम से बड़े-बड़े गेंदबाज घबराते थे। लेकिन सचिन के करियर में एक दाग भी रहा रहा है, वो है उनका कप्तानी का रिकॉर्ड। सचिन ने दो बार टीम इंडिया की कमान संभाली, लेकिन वो ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया को ज्यादा सफलता भी नहीं मिली। उन्होंने अपनी कप्तानी में 25 मैचों में से मात्र 4 मैच ही जीते थे। तेंदुलकर ने इन्फोसिस के एक कार्यक्रम में अपनी कप्तानी से जुड़े एक रोचक किस्से को साझा किया।
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जब साथी खिलाड़ी पर बुरी तरह भड़क गए थे सचिन
दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने अपने एक ऑस्ट्रेलियाई दौरे का जिक्र करते हुए एक घटना बताई। जब वो उस दौरे पर कप्तानी करते समय अपने एक साथी जूनियर खिलाड़ी की हरकत पर बुरी तरह भड़क गए थे। उस घटना का जिक्र करते हुए तेंदुलकर बोले कि "हम उस समय ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थे। टीम में कुछ युवा खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया था। इनमें से एक खिलाड़ी को जब मैदान पर उतरने का मौका मिला, तो फील्डिंग करते समय उसका ध्यान खेल पर नहीं अन्य इधर-उधर की चीजों पर था। उसका मैच पर बिल्कुल भी फोकस नहीं था।"
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आगे बोलते हुए दिग्गज बल्लेबाज तेंदुलकर ने कहा कि "इस वजह से फील्डिंग के दौरान जब गेंद उसकी ओर जा रही थी, तो बल्लेबाज एक रन के बजाय दो रन ले रहे थे। जब ये सिलसिला लगातार जारी रहा तो मुझे गुस्सा आ गया। मैंने उसे अकेले एक तरफ ले जाकर समझाया कि 'या तो तुम अच्छी तरह खेलों, नहीं तो मैं तुम्हें वापस भेज दूंगा। वापस भी होटल नहीं, बल्कि इंडिया। क्योंकि तुम टीम इंडिया के लिए खेल रहे हो, इस बात को समझो। इससे बड़ी सम्मान की बात तुम्हारे लिए कोई और नहीं होनी चाहिए'।" हालांकि सचिन ने उस खिलाड़ी के नाम का खुलासा नहीं किया।