क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले हमेशा ही रोचकता की गारंटी रहे हैं। इन मैचों को लेकर लोगों में हमेशा जुनून रहता है। ये मुकाबले किसी जंग से कम नहीं होते। जब भी दोनों टीमें मैदान पर होती हैं, रोमांचक मैच की अपेक्षा में स्टेडियम भर जाते हैं, उन मैचों में मैदान में पांव रखने की भी जगह भी नहीं बचती है। और ज्यादातर मुकाबलों में लोगों को निराश भी नहीं होना पड़ता है।
आज हम ऐसे ही एक मुकाबले की बात करेंगे जो रोमांच की चरम पर गया था, ये मैच था दोनों टीमों के बीच 2012 के एशिया कप में खेला गया मैच। रोमांच से भरे इस मैच में दोनों टीमों की ओर से रनों के अंबार लगा था। दोनों ही टीमों की तरफ से शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली थी। आइए जानते हैं इस मैच रोमांचक के बारे में।
एशिया कप 2012 भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला
दरअसल ये बात है 2012 के एशिया कप में हुई भारत- पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की। 2012 के एशिया कप में मीरपुर, बांग्लादेश के शेर ए बांग्ला स्टेडियम में 18 मार्च को भारत और पाकिस्तान के बीच टूर्नामेंट का 5वां मैच खेला गया था। इस मैच में दोनों टीमों में बीच कांटे की टक्कर हुई थीं।
इस मैच में पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाह उल हक थे, जबकि टीम इंडिया की कमान थी महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में। इस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। और उसके बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 329 रनों का बड़ा लक्ष्य खड़ा किया था। फिर भारत ने उसे करारा जबाब दिया।
टॉस जीतकर पाकिस्तान की शानदार बल्लेबाजी
इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की ओर से दोनों ओपनरों मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद ने जमकर बल्लेबाजी की, और दोनों ने शतकीय पारी खेली थी। आश्विन ने नासिर जमशेद को इरफान पठान के हाथों कैच ऑउट कराकर इस पार्टनरशिप को तोड़ा, लेकिन तब तक वो 112 रन बना चुके थे। और उस समय पाकिस्तान का स्कोर था 224 रन। अभी स्कोर में एक रन ही जुड़ा था कि तीन गेंद बाद ही मोहम्मद हफीज भी चलते बने, उन्होंने अशोक डिंडा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होने से पहले 105 रन बनाए। उसके बाद उमर अकमल ने यूनिस खान के साथ पार्टनरशिप जमाने की कोशिश की, लेकिन उमर अकमल 28 रन बनाकर प्रवीण कुमार का शिकार बन गए। उन्हें प्रवीण कुमार ने गौतम गंभीर के हाथों कैच कराया, तब टीम का स्कोर था 273 रन।
इसके बाद आए शाहिद अफरीदी भी ज्यादा कुछ नहीं कर सके और 9 रन बनाकर इरफान की गेंद पर कोहली के हाथों कैच हो गए, जब वो चौथे बल्लेबाज के तौर ऑउट हुए तब स्कोर था 313 रन। उनके बाद अच्छे लग रहे यूनिस खान भी तेजतर्रार अर्धशतक मार कर ऑउट हो गए, उन्हें प्रवीण कुमार ने 52 रनों पर सुरेश रैना के हाथों कैच कराया, तब पाक का स्कोर था 323 रन। फिर हम्माद आज़म भी छठे विकेट के रूप में, 4 रन बनाकर डिंडा की गेंद पर कोहली को कैच देकर चलते बने, तब स्कोर था 326 रन। कप्तान मिस्बाह उल हक 4 रन और उमर गुल 0 पर नॉट ऑउट रहे। निर्धारित 50 ओवरों में पाक ने 6 विकेट के नुकसान पर 329 रन बनाए।
भारत की ओर से प्रवीण कुमार ने 10 ओवरों में 70 रन देकर 2 विकेट लिए, जबकि इरफान ने 10 ओवरों में 69 रन देकर 1 सफलता प्राप्त की। डिंडा ने 8 ओवरों में 47 रन देकर 2 विकेट प्राप्त किए, वहीं आश्विन ने 10 ओवरों में 56 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। वहीं सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, यूसुफ पठान और रोहित शर्मा के हाथ कोई सफलता नहीं लगी।
भारत का पाकिस्तान को करारा जबाब
वहीं जब टीम इंडिया इस बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उसे शुरुआत में ही बड़ा झटका लग गया, जब मोहहमद हफीज की गेंद पर ओपनर गौतम गंभीर बिना खाता एलबीडब्ल्यू आउट हो गए, उस समय टीम का खाता भी नहीं खुला था। लेकिन इसके बाद दूसरे ओपनर सचिन तेंदुलकर और उनका साथ देने आए विराट कोहली ने पारी को संभाला, और दोनों ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 133 रनों की पार्टनरशिप की। सचिन तेंदुलकर के 51 रनों के स्कोर पर सईद अजमल की गेंद पर, यूनुस खान के हाथों कैच आउट होने से इस पार्टनरशिप का अंत हुआ। लेकिन इस दिन विराट कोहली के इरादे कुछ अलग ही थे, उन्होंने पाकिस्तान के गेंदबाजों को कतई नहीं बख्शा।
फिर बल्लेबाजी करने आए रोहित शर्मा ने भी विराट को अच्छा साथ दिया, उमर गुल की गेंद पर शाहिद अफरीदी के हाथों कैच आउट होने से पहले रोहित ने 68 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। तब भारत का स्कोर 305 रन था। और जब विराट कोहली 183 रन की अविस्मरणीय पारी खेल कर, उमर गुल की गेंद पर चौथे विकेट के रूप में आउट हुए तो भारत की जीत पक्की हो चुकी थी। उनका कैच मोहम्मद हफीज ने लिया, और तब भारत का स्कोर था 318 रन। उसके बाद सुरेश रैना और महेंद्र सिंह धोनी ने जीत की औपचारिकता पूरी कर दी। भारत ने 47.5 ओवर में 330 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। रैना 12 और धोनी 4 रनों पर नॉट आउट रहे।
भारतीय बल्लेबाजों ने इस मैच में पाकिस्तानी गेंदबाजों को रिमांड पर लेकर रखा। उमर गुल ने 8.5 ओवर में 65 रन देकर 2 विकेट लिए, वहीं हफीज ने 9 ओवर में 42 रन देकर 1 विकेट और सईद अजमल ने 9 ओवर में 49 रन देकर 1 विकेट लिया। जबकि एजाज चीमा, शाहिद अफरीदी और वहाब रियाज को कोई सफलता नहीं मिल सकी। पाकिस्तान को ये मैच हमेशा याद रहेगा।