अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में खेला जा रहा एकमात्र टेस्ट मैच का पांचवां दिन भी बारिश के कारण रद्द हो गया। लगातार हो रही बारिश के चलते मैच अधिकारियों ने यह निर्णय लिया। इस तरह यह टेस्ट मैच इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, क्योंकि पांचों दिन एक भी गेंद फेंके बिना ही रद्द हो गए। 1877 में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत से लेकर अब तक यह केवल आठवीं बार है, जब कोई टेस्ट मैच बिना गेंद फेंके रद्द हुआ है। 1890 में पहली बार ऐसा हुआ था और इसके बाद आखिरी बार 1998 में ऐसा देखने को मिला था। खास बात यह है कि भारत में यह पहली बार हुआ है कि कोई टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हो गया है।
AFG vs NZ: 147 साल में आठवीं बार
1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले को क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच माना जाता है, और तब से लेकर अब तक 147 साल बीत चुके हैं। 1890 में पहली बार ऐसा हुआ कि कोई टेस्ट मैच बिना गेंद फेंके रद्द हुआ। उस वक्त ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मुकाबला था। इसके बाद 1938 में दूसरी बार ऐसा हुआ, जब फिर से इन्हीं दोनों टीमों के बीच मुकाबला था।
इसके बाद 1970 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच इंग्लैंड में खेला गया टेस्ट भी बारिश के कारण बिना गेंद फेंके रद्द हो गया। फिर 1989 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड, 1990 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड, और 1998 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के मुकाबले भी इसी तरह रद्द हुए। अब अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में खेला जाने वाला टेस्ट मैच भी बिना गेंद फेंके रद्द हो गया है।
AFG vs NZ: दोनों टीमों का नुकसान
इस मैच में बारिश ने बहुत बड़ा खलल डाला। न सिर्फ गेंद फेंकी जा सकी, बल्कि टॉस भी नहीं हो पाया। मैदान और पिच के गीले होने की वजह से खेल की शुरुआत ही नहीं हो पाई। ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया क्योंकि पहले दो दिन बारिश नहीं हुई थी, फिर भी ग्राउंड्समैन मैदान सुखाने में असफल रहे। उन्होंने पंखों, सुपर सॉपर और अन्य उपायों का इस्तेमाल किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही थी, जिसने खेल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। इस वजह से दोनों टीमों को बड़ा नुकसान हुआ है। अफगानिस्तान की टीम वैसे भी बहुत कम टेस्ट मैच खेलती है, और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलने का यह बेहतरीन मौका था। इस मुकाबले से अफगान खिलाड़ियों को अनुभव मिलता और वे बहुत कुछ सीख सकते थे। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 50 प्रतिशत पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर है और उसे आगे श्रीलंका और भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस टेस्ट से न्यूजीलैंड के पास अफगानिस्तान के मजबूत स्पिन आक्रमण के खिलाफ तैयारी करने और फाइनल के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका था, जो अब हाथ से निकल गया।
READ MORE HERE:
रोहित-विराट नहीं, बल्कि Ricky Ponting ने इस खिलाड़ी को लेकर ऑस्ट्रेलिया को दी चेतावनी
Tom Banton ने टूटे हुए पैर से खेली शानदार पारी, एक पैर से लगाया भयानक रिवर्स स्वीप: देखें वीडियो