भारतीय टीम 2011 के बाद से कोई विश्व कप नहीं जीत सकी है, तब भारत ने धोनी की कप्तानी में वनडे विश्व कप जीता था। आज इस बात को 12 साल पूरे हो गए हैं, आज ही के दिन 2 अप्रैल 2011 को भारत ने श्रीलंका को मुंबई में हराकर ये विश्व कप जीता था। उस यादगार जीत में टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी ने गेंद को 6 रन के लिए बाउंड्री से बाहर भेजकर जो शानदार विजयी शॉट लगाया था, उससे उन्होंने सभी खेल प्रेमियों को खुश कर दिया था।
ये भी पढ़ें: Yaari Special: कैसे टीम इंडिया के कप्तान बने MS Dhoni, जानिए पूरा किस्सा
CSK ने किया ट्वीट
When nostalgia hits! 🥺💛#AndhaNaalGnyabagam #WhistlePodu #Yellove 🦁 @msdhoni pic.twitter.com/VVjdYd6VwE
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) April 1, 2023
धोनी की टीम सीएसके ने उनके प्रेक्टिस के दौरान लगाए गए एक छक्के के जरिए उस याद को फिर ताजा किया है। आईपीएल में खेल रहे माही ने प्रेक्टिस के दौरान वैसा ही शॉट लगाया जैसा की उन्होंने 2011 के फाइनल में लगाया था। इस नए शॉट को सीएसके ने पुराने शॉट के साथ ट्वीट किया है। उन्होने इसके साथ 2011 के विश्व कप की यादें 12 साल पूरे होने पर फिर ताजा कर दी हैं। इसके अलावा उन्होने उनकी पारी का एक वीडियो भी ट्वीट किया है। इसके जरिए उन्होने ये भी दर्शा दिया की धोनी में वही दमखम बाकी है।
ये भी पढ़ें: पूर्व क्रिकेटर सलीम दुर्रानी का 88 साल की उम्र में निधन, अफगानिस्तान में हुआ था जन्म
अमर हो गया था माही का वो छक्का
Say it with us! “Dhoni finishes off in style…” 🥳#WhistlePodu #Yellove 🦁💛pic.twitter.com/eDGBC57wK0
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) April 2, 2023
टीम इंडिया को चैंपियन बनाने के लिए अंत में धोनी द्वारा लगाया वो छक्के की यादें आज भी लोगों के जहन में ताजा है, जब उन्होंने कुलसेकरा की गेंद पर छक्का लगाया था। श्रीलंका द्वारा दिए गए 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने तेंदुलकर और सहवाग के विकेट जल्दी खो दिए थे। फिर गंभीर ने शानदार पारी खेली, उन्हें युवा कोहली और कप्तान धोनी का अच्छा सहयोग मिला। लेकिन वो अपनी पारी को शतक में नहीं तब्दील कर सके, और 97 रनों पर आउट हो गए।
ये भी पढ़ें: 'जियो रे भोजपुरिया', धोनी के छक्के पर वायरल हुआ Ravi Kishan का रिएक्शन
इसके बाद सभी को चौंकाते हुए इन्फॉर्म युवी की जगह ऊपर बल्लेबाजी करने आए धोनी ने शानदार पारी खेली, और अंत में युवराज के साथ मिलकर टीम को यादगार जीत दिला दी। 49 में ओवर में उन्होंने स्टाइल से मैच खत्म करते हुए विजयी छक्का लगाया। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में जीते गए पहले विश्व कप के बाद ये भारत का दूसरा विश्व कप था। अपने कौशल से दो विश्व कप जीता कर धोनी भारतीय क्रिकेट से सबसे चहेते कप्तानों में शामिल हो गए।